MP NEWS24- पुराने बस स्टेण्ड एवं महिदपुर रोड बायपास चौराहे पर स्थापित महापुरूषों की प्रतिमा के अनावरण् के मामले में मिली चेतावनी के बाद अब प्रशासन समाज के पदाधिकारियों के साथ सामंजस्य बनाने में लगा हुआ है। बुधवार को समाज के पदाधिकारियों के अंतिम ज्ञापन के बाद प्रशासन ने बैठककर गोपनीय रूप से चर्चा करने की बातें सामने आई है। वहीं परिनिर्वाण दिवस के पूर्व ही बाबा साहब की प्रतिमा का अनावरण करने का आग्रह क्षेत्र के विधायक दिलीपसिंह गुर्जर भी प्रशासन से कर चुके है। इतना ही नहीं नागरिक अधिकार मंच ने तो लम्बे समय से प्रतिमा स्थापित करने की मांग करने वाले सामाजिक बंधुओं के करकमलों से ही तीनों प्रतिमाओं के अनावरण की मांग रख दी है। ऐसे में प्रशासन के लिए प्रतिमाओं का अनावरण करवाना एक बडी चुनौती बन गया है। मामले में भीम आर्मी, अभा बलाई समाज द्वारा अंदरूनी रूप से भी रणनीति बनाई जा रही है। वैसे सुत्र यह भी बता रहे हैं कि महापुरूषों की प्रतिमा अनावरण के मामले में प्रशासन और अनुयायियों में सुलह हो गई है। गुरूवार को लगभग ढाई घंटे की बैठक में अनुयायियों ने प्रशासन को सहयोग का आश्वासन दिया और दिसंबर माह में ही अनावरण पर सहमति बनने चर्चा भी है।क्या है मामला
बीते एक वर्ष से राजनीतिक पेंच में उलझी संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर, राजा जन्मेजय एवं वीर शीरोमणी महाराणा प्रताप की स्थापित प्रतिमाओं के अनावरण को लेकर गत दिनों भीम आर्मी ने 5 दिसंबर तक बाबा साहब की प्रतिमा का अनावरण नहीं होने पर 6 दिसंबर को स्वयं अनावरण की चेतावनी दी थी। भीम आर्मी की चेतावनी के बाद बहुजन समाज ने भी यही चेतावनी दे डाली थी। बुधवार को भी आर्मी, अभा बलाई समाज, चंद्रवंशी समाज ने संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपकर प्रशासन को 5 दिसंबर तक अनावरण करने की अंतिम चेतावनी दी है। ज्ञापन सौंपते समय भीम आर्मी के जिला उपाध्या ओंकारलाल कचरोटिया, दुर्गेश चौहान, ओमप्रकाश परमार, बहुजन समाज से पुष्पेंद्र सोलंकी, चंद्रवंशी समाज के राष्ट्रीय संस्थापक अंबाराम चंद्रवंशी, बंटू चंद्रवंशी मौजुद थे। ज्ञापन के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी सामाजिक संगठनों के आगेवानों से चर्चा कर प्रतिमाओं के अनावरण हेतु 15 दिसंबर तक का समय मांगा है।
परिनिर्वाण दिवस के पूर्व प्रतिमा अनावरण का आग्रह
विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने भी गत दिनों बयान जारी कर प्रशासन से डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण उनके परिनिर्वाण दिवस 6 दिसम्बर के पूर्व करने का आग्रह किया है। साथ ही महाराणा प्रताप व राजा जन्मेजय की प्रतिमा का अनावरण भी जल्द से जल्द कराने की कार्यवाही करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि करीब एक वर्ष से डॉ. भीमराव अम्बेडकर, राष्ट्रीय गौरव महाराणा प्रताप व राजा जन्मेजय की प्रतिमाएं उद्घाटन के इंतजार में परदे में रखी गई है जो कि इतने समय रखना महापुरूषों का अपमान है इनकी मुर्तियों का शीघ्र अनावरण किया जाना चाहिए जिससे कि श्रृद्धा रखने वाले वहां जाकर सिर झुका सके।
नागरिक अधिकार मंच भी आया सामने
नागरिक अधिकार मंच के अध्यक्ष अभय चौपडा व संयोजक एडवहोकेट शैलेन्द्रसिंह चौहान ने बयान जारी कर कहा है कि प्रतिमा का लोकार्पण जिन सामाजिक नेताओं ने संघर्ष करके अपने समाज की मांग मंजुर करवाई उन लोगों के मुख्य आतिथ्य में यह कर्याक्रम करवाया जाए कुछ लोग इनकी उपलब्धी को अपने खाते में करने के लिए राजनैतिककरण करना चाहते है। उन्होंने कहा कि लगभग 20 वर्षों के अथक प्रयासो से विभिन्न समाजों के सक्रिय सहयोग से उक्त प्रतिमाओं की स्थापना प्रशासन को करना पडी लेकिन राजनैतिक लाभ उठाने के उद्देश्य से पिछले एक वर्ष से प्रतिमाओं पर सफेल कपडा बांधकर खडा रखा है, जबकि प्रतिमाओं के लोकार्पण का कार्य मात्र 7 दिनों का था परंतु प्रतिमाओं का लोकार्पण नहीं करने से महापुरूषों की मुर्तिओं के सम्मान की पुरी रक्षा नहीं हो सकी है, विभिन्न समाज द्वारा शासन को जो लोकार्पण की चेतावनी दी जा रही है, उनके कार्यक्रम को सहमति देकर कार्यक्रम कराने की शीघ्र अनुमति देकर महापुरूषों की प्रतिमा से कपडा हटाने की प्रक्रिया अतिशीघ्र पुरी करना चाहिए एवं शासन इनके कार्यक्रम को अपनी सहमति प्रदान करता है तो समाज एवं महापुरूषों के लिए संघर्ष करने वाले नेताओं को उचित सम्मान मिलेगा और इन नेताओं का भी कर्तत्व है कि समाज के लिए लडने वाले इन नेताओं को उचित सम्मान दें।
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