MP NEWS24- केन्द्र सरकार द्वारा लगातार कपडों पर जीएसटी की दरों को बढाने का कार्य कर रही है। पूर्व में जहॉं बिना सीले हुए कई कपडों पर कोई कर सरकार द्वारा नहीं लिया जाता था, परन्तु केन्द्र सरकार द्वारा जब से जीएसटी लागू किया गया है तब से पहले 5 प्रतिशत कपडों पर जीएसटी लगाया गया, परन्तु अब सरकार इस दर को 12 प्रतिशत करने जा रही है, जिससे कपडों के उपभोक्ताओं को महंगाई की दोहरी मार पडेगा तथा व्यापार भी प्रभावित होगा।केन्द्र सरकार द्वारा कपडों की दरों में की जा रही वृद्धि के विरोध में मंगलवार को श्री क्लॉथ मर्चेन्द्र एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सचिव जोगेन्दरसिंह नारंग के नेतृत्व में एक अनुठा प्रदर्शन किया। शहर के कपडा बाजार में संचालित होने वाली समस्त कपडा दुकानों के संचालकों द्वारा शाम 7 बजे से 7.20 बजे तक 20 मिनिट के लिए सभी दुकानों की बत्तीयॉं एक साथ बुझाकर ब्लेक ऑउट किया, साथ ही सभी व्यापारियों कपडा बाजार में थाली व लोटे बजाते हुए रैली निकाली तथा सरकार द्वारा की जा रही इस टैक्स वृद्धि का जमकर विरोध किया। यह अनुठा प्रदर्शन लगातार तीन दिनों तक सभी कपडा व्यववसायी करेंगे तथा आज बुधवार एवं गुरूवार को भी इसी प्रकार प्रदर्शन शाम को किया जाऐगा।
एसोसिएशन के सचिव श्री नारंग ने इस संबंध में बताया कि पुरे भारत में जो केन्द्र सरकार द्वारा कपडा एवं रेडीमेट के उपर पूर्व में जो कि 5 प्रतिशत जीएसटी लिया जाता था उसे अब 1 जनवरी से 12 प्रतिशत किए जाने का पुरे भारत में विरोध हो रहा है तथा मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ के सभी व्यापारी इस वृद्धि का विरोध करते हैं तथा तीन दिनों तक आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि लगातार तीन दिनों तक ब्लेक आउट करते हुए थाली एवं लोटे बजाते हुए सरकार को कुंभकरण की निन्द से जगाया जाऐगा तथा लगातार की जा रही टैक्स वृद्धि से आगाह किया जाऐगा। उन्होंने कहा कि इस टैक्स वृद्धि से महंगाई अत्यधिक बढ जाऐगी तथा कपडों के व्यापार में काफी प्रभाव पडेगा।
कपडा व्यवसायी शरद सेठिया ने मिडिया से कहा कि सरकार द्वारा जारी आंकडों में स्वयं सरकार ने स्वीकारा की विगत तीन महिनों में सबसे अधिक जीएसटी कर वसुला गया है, तथा सरकार का खजाना लगातार भरता जा रहा है तथा उम्मीद से ज्यादा कर वसुला गया है। बावजुद इसके रोजमर्रा की वस्तु कपडा, रोटी एवं मकानों पर अत्यधिक टैक्स वसुली सरकार द्वारा की जा रही है जिसका असर देश की जनता पर पड रहा है महंगाई बढ रही है। उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन टैक्स वृद्धि को वापस लिए जाने तक नहीं रूकेगा।
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