नागदा जं--स्नेह एवं लायंस क्लब नागदा ग्रेटर के प्रयास से दो दृष्टीहिनो की जीवन में आएगा प्रकाश दिव्यांग के परिवार ने नेत्रदान में स्व रूचि से समाज में दिया सन्देश

MP NEWS24- सामान्यतः जब किसी घर में परिजन की मृत्यु हो जाती है तो परिवार उसके गम में डूब जाता है और अंतिम क्रिया को पूर्ण करने में व्यस्त हो जाता है, किन्तु शहर के जैन परिवार की महिला ने एसे समय पर भी दुसरे लोगों का ख्याल रख एक अनूठी मिसाल कायम की है।

लायंस ऑफ़ नागदा की स्थाई परियोजना एवं दिव्यांगजनों के पुनर्वास हेतु देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था के राष्ट्रीय पुरूस्कार से सम्मानित संस्था स्नेह के संस्थापक पंकज मारू ने बताया कि गुरुवार प्रातः 9 बजे हाऊसिंग बोर्ड कालोनी की रहवासी श्रीमती राखी जैन ने दूरभाष पर उनकी 54 वर्षीय भुवासास सुश्री सीमा जैन जो दिव्यांग भी थी के निधन का समाचार देते हुए उनके नेत्रदान की इच्छा जाहिर की। इस पर मारू एवं लायंस क्लब नागदा ग्रेटर के सदस्यों ने बडनगर स्थित गीता भवन न्यास समिति के डॉक्टर जीएल ददरवाल से संपर्क कर उनकी टीम को नागदा बुलवाया।  डॉ. ददरवाल एवं सतीश नीमा ने नागदा पहुँच कर स्व. सीमा जैन के नेत्रदान करवाए और बताया कि अगले एक सप्ताह में दो नेत्रहीनों के जीवन में इससे प्रकाश भर जावेगा।
उन्होंने बताया कि 50 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति के दो नेत्रों से चार दृष्टिहीनों को तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति से दो व्यक्तियों के जीवन को रौशन किया जा सकता है। नेत्रदान मृत्यु के 6 घंटे के भीतर करना आवश्यक है तथा नेत्रदान करने में किसी प्रकार का नुकसान मृतक व्यक्ति के शरीर को नहीं होता है। मधुमेह एवं मोतियाबिंद का आपरेशन करा चुके व्यक्ति के भी सामान्य मृत्यु की स्थिति में नेत्रदान करवाए जा सकते है। पानी में डूबने, फांसी, जहरीले पदार्थ खाने या जहरीले जानवर के काटने, एड्स, केंसर एवं 5 दिन से अधिक वेंटीलेटर पर रहने के पश्चात् मृत्यु होने की स्थिति में नेत्रदान नहीं किये जा सकते है।
समाज में नेत्रदान का सन्देश देने वाली श्रीमती राखी जैन को इस अवसर पर नेत्रदान करवाने हेतु प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया। इस अवसर पर झोन चेयरपर्सन लायन विनयराज शर्मा, लायंस क्लब ग्रेटर के अध्यक्ष कृष्णकान्त गुप्ता, सचिव राकेश डाबी, कोषाध्यक्ष मनोहरलाल शर्मा, पूर्व अध्यक्ष अजय गरवाल, स्थानकवासी जैन श्री संघ अध्यक्ष प्रकाश जैन सांवेरवाले, चन्दनमल संघवी, अमरचंद जैन सहित अनेक परिजन उपस्तिथ थे। नेत्रदान के पश्चात सुश्री जैन का अंतिम संस्कार भी श्रीमती राखी जैन ने ही सम्पादित किया। समुचे शहर में राखी जैन के इस कार्य की प्रशंसा हो रही है।

Post a Comment

[blogger]

MKRdezign

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget