MP NEWS24- बिरलाग्राम स्थित ग्रेसिम उद्योग में बुधवार शाम को 4.15 बजे प्लांट के रखरखाव एवं पाईप लाईन की सफाई करते वक्त एसओ-3 (सल्फर ट्राय ऑक्साईड) गैस का बडी रिसाव हो गया। गैस रिसाव इतना तगडा था कि उसमें पुरे शहर को अपने आगोश में ले लिया। गैस रिसाव शुरू होने के कुछ देर बाद ही हवा के बहाव की और गैस तेजी से फेलना शुरू हुई, देखते ही देखते मण्डी क्षेत्र में शहर के प्रमुख बाजारों, घनी बस्तियों में कोहरे जैसी धुंध छा गई थी। मण्डी क्षेत्र से उद्योग की और का नजारा ऐसा दिखाई दे रहा था जैसे वहॉं कोई भयानक हादसा हो गया हो। इधर गैस के फेलने के बाद कई नागरिकों को आंख में जलन, खांसी, जी-घबराना, सीरदर्द जैसा महसुस होने लगा। लोगों को जब पता पडा कि उद्योग में गैस रिसाव की वजह से यह स्थिति बनी है तो उनमें घबराहट भी देखी गई। सडकों पर कुछ समय के लिए नागरिकों की आवाजाही कम नजर आई तो बाहर का मंजर देखने निकले नागरिक अमुमन चारों तरफ मास्क लगाऐ हुए नजर आऐ। नगर ही नहीं अपितु आस-पास के क्षेत्रों में भी यह खबर आग की तरह फेली। घटना के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुबोध स्वामी अकेले एक नेता थे जो तत्काल ग्रेसिम के पावर हाउस गेट पर पहुॅंच गए थे वहॉं उन्होंने उद्योग के श्रमिकों से चर्चा कर घटना की जानकारी ली। मिडियाकर्मी व अनेक नागरिक भी उसी दौरान गेट के सामने पहुंच चुके थे। इधर प्रशासन की गैर मौजुदगी भी चर्चा का विषय बनी रही। बाद में एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने संपूर्ण घटनाक्रम को लेकर सोश्यल मिडिया पर अपने विडियों के माध्यम से लोगों की घबराहट को कम करने का प्रयास करते हुए वस्तु स्थिति की जानकारी दी।अस्तपाल में पहुॅंचे कई मरीज
गैस रिसाव से प्रभावित शासकीय अस्पताल में भी आधा दर्जन से अधिक मरीज पहुॅंचे जिन्हें प्राथ्मिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। इधर गैस रिसाव के चलते ग्रेसिम उद्योग द्वारा संचालित इन्दुभाई पारिख मेमोरियल ट्रस्ट हॉस्पिटल में भी टीम को अलर्ट कर दिया गया और एम्बुलेंस को शहर की और रवाना किया गया। गनीमत रही कि उद्योग में क्लोरिन, सीएस-2 आदि किसी भी प्रकार की खतरनाक गैस का रिसाव नही हुआ अन्यथा यहॉं स्थिति काफी बिगड सकती थी। उद्योग प्रबंधन का कहना है कि एसओ-3 सल्फर ट्राय ऑक्साईड का रिसाव हुआ है। इस गैस के बारे में बताया गया है कि यह इतना घातक नहीं है कि उससे जनहानि हो, इस गैस से सांस लेने में तकलीफ होने के साथ खांसी, सीरदर्द, घबराहट आदि दिक्कते हो सकती है। गीला कपडा मुॅंह पर रख कर तत्काल इन परिस्थितयों से बचाव भी किया जा सकता है।
प्रशासनिक अधिकारियों का गंभीर रूख नहीं दिखाई दिया
गैस रिसाव को लेकर प्रशासन गंभीर दिखाई नहीं दिया। अलग-अलग विभाग के अधिकारी इसे मामुली घटना बता रहे हैं तो कुछ जिम्मेदार अधिकारी तो मौके पर भी नहीं पहुॅचे। देर शाम तक जिला मुख्यालय से भी कोई भी वरिष्ठ अधिकारी नागदा नहीं पहुॅंचे। हालांकि एसडीएम आशुतोष गोस्वामी का कहना था कि वह 4.45 बजे उद्योग परिसर पहुॅंच गए थे और कलेक्टर को जानकारी दे दी थी। औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारी नागदा नहीं पहुॅचे थे। उनसे जब दुरभाष पर चर्चा करने पर ज्ञात हुआ कि अधिकारीगण देरशाम तक नागदा पहुॅंच जाऐंगे।
विशेषज्ञ अधिकारियों व श्रमिकों को छोड बाकी कर्मचारियों को तुरंत हटाया
गैस रिसाव से उद्योग परिसर में भी हलचल मच गई। उद्योग प्रबंधन द्वारा रिसाव पर जल्द से जल्द नियंत्रण करने के प्रयास तेजी से किए गए। घटनास्थल पर विशेषज्ञ अधिकारियों व श्रमिकों की टीम सुरक्षा उपकरणों के साथ काफी देर तक काम करती रही। जबकि दुसरे श्रमिकों को तत्काल घटना स्थल से दुर हटा दिया गया था। कई श्रमिकों को पाली छुटने के पूर्व ही उद्योग से बाहर भेज दिया गया था।
इनका कहना है
सायं लगभग 4 बजे एसिड प्लांट नंबर 1 में मेंटेनेंस कार्य किया जा रहा था। ओलियम संबंधी आइसोलेट उपकरण में पिछले शनिवार से ही किया जा रहा था। लाइनों की सफाई का काम चल रहा था, ड्रेन वॉल्व की सफाई प्रक्रिया के दौरान निर्धारित कार्यविधि के अनुसार लाइन क्लीनिंग के साथ ड्रेन वॉल्व से थोड़ी मात्रा में ओलियम निर्धारित पैरा पेड वाल्व के अंदर फैल गया जिससे सल्फर ट्राई ऑक्साइड गैस निकलने लगी। उपलब्ध सुरक्षा संसाधनों के साथ इसे तुरंत नियंत्रित कर दिया गया था। ग्रेसिम प्रबंधन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वहीं पर मौजूद रहा। अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। वस्तुस्थिति पता चलने के बाद सामान्य जीवन पूरी तरह बहाल हो गया है। इसमें किसी भी प्रकार की कोई जान माल की हानि नहीं हुई है।
संजय व्यास, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, ग्रेसिम नागदा
गैस रिसाव की जानकारी मिलते ही प्रबंधन से निरंतर संपर्क बना कर एक घंटे में गैस रिसाव पर काबु पा लिया गया था। स्थिति अभी सामान्य है। जिस गैस का रिसाव हुआ था वह हवा एवं पानी के संपर्क में आने से बादल जैसी दिखाई देती है जिसके कारण पुरे शहर में कोहरे जैसा दिखाई दिया। स्थिति पुरी तरह से सामान्य होकर नियंत्रण में है।
आशुतोष गोस्वामी, अनुविभागीय अधिकारी, नागदा
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