MP NEWS24-शहर में सायबर धोखाधडी की घटनाओं में एकाएक काफी बढोतरी देखी जा रही है। सायबर अपराध से जुडे अन्य प्रदेशों के शातीर अपराधीयों द्वारा शहर के नागरिकों को बातों में फंसा कर तथा व्यवसाय का लालच देकर हजारों-लाखों रूपये की राशि बैंक खातों से गायब करने की विगत एक-दो माह में आधा दर्जन के लगभग वारदाते हो चुकी है। अपराधी इतने शातीर हैं कि आपको बातों में उलझा कर मोबाईल से गूगल-पे, फोन-पे एवं अन्य ऑनलाईन लेन-देन के एप्स के माध्यम से बैंक खातों से राशि निकाल रहे हैं। शहर के एक जाने-माने मिठाई व्यवसायी, सीमेंट व्यवसायी, सब्जी फरोश एवं अब एक महिला के साथ इसी प्रकार की धोखाधडी की वारदात हुई है। पुलिस प्रशासन ने इस प्रकार के मामलों में सावधान रहने की अपील की है तथा किसी भी अन्जान व्यक्ति को किसी भी प्रकार का ओटीपी (वन टाईम पासवर्ड) नहीं देने की बात कही है।क्या है मामला
शहर में तेजी से सायबर अपराध के मामले देखने को मिल रहे हैं। बीते एक माह पूर्व ही शहर के एक मिठाई व्यवसायी के साथ धोखाधडी करते हुए लगभग 2 लाख रूपये की राशि गुगल-पे अकाउन्ट से गायब कर दी गई थी। ऐसा ही एक फोन कॉल शहर के एक प्रतिष्ठित सीमेंट व्यवसायी के पास भी आया था लेकिन उन्होंने सुझ-बुझ का परिचय देते हुए नागदा आकर ही बात करने को कह दिया। एक अन्य व्यवसायी के 2 लाख तथा एक के 1 लाख रूपये इसी प्रकार से सायबर अपराधीयों द्वारा मोबाईल एप के माध्यम से उडा दिए है। हाल ही में एक महिला के साथ भी 15 हजार रूपये की धोखाधडी किए जाने की जानकारी सामने आई है। इस प्रकार सायबर अपराध से जुडे अपराधीयों द्वारा लगातार शहर के भोले-भाले नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
कैसे देते हैं ठगी को अंजाम
सायबर अपराध से जुडे शातीर आरोपी पहले गुगल पर सर्च कर शहर के विभिन्न व्यवसाय से जुडे प्रतिष्ठित व्यापारियों के नाम एवं मोबाईल नम्बर पता करते हैं। फिर वह किसी भी कार्य के बहाने से उन व्यवसाईयों को फोन लगाकर किसी अन्य व्यवसायी का नम्बर प्राप्त कर लेते हैं, फिर उस व्यवसायी को फोन लगा कर पहले व्यवसायी का हवाला देते हैं, जिससे की स्थानिय व्यक्ति का हवाला आने से कोई भी भोला-भाला व्यक्ति इनके बहकावे में आ जाता है। अमूमन सायबर अपराध करने वाले आज कल सेना, पुलिस एवं किसी भी बडी कम्पनी के डीलर के रूप में या बीमा पॉलिसी, बैंक कार्यालय से बोलने की बात कहते हैं तथा बातों में उलझा कर गुगल-पे, फोन-पे या अन्य एप पर लिंक भेजकर आपके खाते से राशि गायब कर देते हैं। इस प्रकार के आरोपी ज्यादातर दुसरे प्रदेशों में बैठकर अपराध को अंजाम दे रहे है जिसके चलते उन्हें पकडने में काफी दिक्कतें आ रही है। ठगी के बाद जिस नम्बर से फोन आता है वह बंद हो जाता है तथा उसकी लोकेशन भी बार-बार बदलती रहती है। इस प्रकार के सायबर अपराध वर्तमान में अत्यधिक हो रहे हैं।
पुलिस प्रशासन ने की अपील
सायबर अपराध को लेकर नागदा मण्डी थाने के प्रभारी श्यामचन्द्र शर्मा ने सभी नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अन्जान व्यक्ति को मोबाईल पर किसी भी प्रकार का ओटीपी नहीं बताऐं। यदि आपके मोबाईल में कोई अन्जान ओटीपी आता है तो पहले उसे ध्यानपूर्वक पढें तथा जो भी व्यक्ति आपसे ओटीपी मांग रहा है उसे प्रत्यक्ष आकर मिलने हेतु कहें। श्री शर्मा ने सभी नागरिकों से अपील की है कि सायबर अपराध से बचने हेतु सावधानी अवश्य रखें। यदि किसी व्यक्ति के साथ इस प्रकार की धोखाधडी हो जाती है तो जितनी जल्दी हो सके इसकी सूचना स्थानीय पुलिस, सायबर सेल आदि को दें। उन्होंने बताया कि 2 लाख तक के अपराधों की जांच जिला सायबर सेल करता है वहीं 2 लाख से अधिक के मामलों की जांच राज्य सायबर सेल द्वारा की जाती है।
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