MP NEWS24-महाशिवरात्रि पर्व पर नगर में धार्मिक उल्लास छाया रहा। शिवालयों में श्रृद्धालुओं की भीड मंगलवार सुबह से लेकर रात्रि तक जगह-जगह देखने को मिली। प्रमुख मंदिरों में भी पूजा-अर्चना के साथ भगवान शिव का अभिषेक करने का दौर दिन भर चला। नगर के प्रमुख शिव मंदिरों के अलावा आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों स्थित मंदिरों में भी शिव भक्तों की भीड देखी गई। विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा श्रृद्धालुओं को प्रसादी एवं खिचडी का वितरण भी किया।चंबल तट स्थित मुक्तेश्वर महादेव मंदिर पर अल सुबह भगवान भोलेनाथ के भक्त एवं श्रृद्धालु दर्शन हेतु कतारबद्ध होने के साथ दर्शन एवं अभिषेक के लिए लालायित दिखाई दिए। यहॉं श्रृद्धालुओं की भीड रात्रि तक देखी गई। पंचामृत व पुष्पाभिषेक कर भक्तों ने शिवजी के दर्शन कर पुण्यलाभ अर्जीत किया। दुसरी तरफ बद्रीविशाल मंदिर, रेल्वे कॉलोनी स्थित शिव मंदिर, चिकित्सालय मार्ग स्थित शिव हनुमान मंदिर, बस स्टेण्ड स्थित शिव मंदिर, महिदपुर रोड, रामसहाय मार्ग स्थित शिव मंदिर, पाडल्या रोड, प्रकाश नगर, चंबल मार्ग, चेतनपुरा स्थित मंदिरों में भी श्रृद्धा-भक्ति का नजारा देखा गया। शितलामाता चौक स्थित शिव मंदिर पर भी दर्शन के लिए श्रृद्धालुओं की भीड उमडी। इन मंदिरों में दर्शन हेतु महिलाओं की तादात अधिक नजर आई। बिरलाग्राम स्थित बडे गणपति मंदिर पर भी बिरलाग्राम क्षेत्र के श्रृद्वालुओं ने पहुॅंच कर शिवजी के दर्शन, अभिषेक कर धर्मलाभ लिया। नायन डेम स्थित त्यागीजी के आश्रम, चंबल मार्ग स्थित मंदिर व अन्य स्थानों पर भी महाशिवरात्रि पर्व पर श्रृद्धालुओं ने दर्शन किए।
मुक्तेश्वर महादेव मंदिर पर लगा भक्तों का तांता
चंबल तट स्थित अति प्राचीन मुक्तेश्वर महादेव मंदिर पर भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए भक्तों का तांता पुरे दिन लगा रहा। यहॉं परम्परागत रूप से आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि मेले का आयोजन भी इस वर्ष किया जा रहा है विगत दो वर्षो से कोरोना के चलते मेले का आयोजन नहीं हो पा रहा था। प्रशासन के पर्याप्त प्रबंधों के बावजुद कतार में खडे भक्तों को दर्शन हेतु अपनी बारी आने में काफी इंतजार करना पडा। सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीएसपी मनोज रत्नाकर, थाना प्रभारी श्यामचन्द्र शर्मा एवं अन्य अधिकारियों ने संभाल रखी थी।
अति प्राचीन मंदिर भीकमपुर में भी भक्तों ने किए दर्शन
ग्राम भीकमपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भी मंदिर के गर्भ स्थान में स्थित शिवलिंग के दर्शन हेतु बडी तादात में श्रृद्धालु पहुॅंचे। नगर से 8 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्र के इस मंदिर में भी मंदिर समिति द्वारा सुविधाजनक दर्शन की व्यवस्था हेतु पर्याप्त प्रबंध किए गए थे। ग्रामीण क्षेत्रों के श्रृद्वालुओं के अलावा नागदा एवं खाचरौद शहर एवं अन्य स्थानों से भी श्रृद्धालु परिवार सहित यहॉं भोले के दर्शन, पूजा अर्चना व अभिषेक के लिए पहुॅचे। अन्य प्रमुख मंदिरों में भी ऐसा ही नजारा देखा गया। गली-मोहल्लों में स्थित शिवालयों व मंदिरों में भी श्रृद्धालुओं ने पहुॅंच कर पूजा के विशेष कार्यक्रमों, महाआरती, अभिषेक आदि आयोजनों में उत्साह के साथ भाग लिया। शाम को जगह-जगह भजन संध्या आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
ठंडाई का भी हुआ वितरण
शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ को उनकी प्रिय बुटी भांग का भोग भी श्रृद्धालुओं ने बढ-चढ कर लगाया। विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने इस पावन पर्व पर प्रसाद के रूप में ठंडाई का वितरण जगह-जगह किया।
Post a Comment