MP NEWS24- शीतला सप्तमी पर्व पर शीतला माता मंदिरों पर महिलाओं की भारी भीड उमडी। बुधवार रात 12 बजे से ही मंदिरों पर कतार लगना प्रारंभ हो गई थी, यह सिलसिला सुबह 11 बजे तक चला। मान्यता है कि यह पर्व ठंडाई के लिए मनाया जाता है इसलिए इस दिन घरों में गर्म भोजन नहीं बनता है और तेज धुप निकलने के पूर्व ही महिलाऐं पूजन कर लेती हैं। इसलिए रात 12 बजे से ही माताजी के मंदिरों पर लाईन लग जाती है। शहर में दशहरा मैदान स्थित शीतला माता मंदिर, पाडल्या रोड इन्द्राचौक स्थित मंदिर, पुराने बस स्टेण्ड, चंबल मार्ग आदि स्थानों पर स्थित मंदिरों पर पूजन अर्चन हुआ। यह पर्व होली के सात दिन बाद मनाया जाता है।सप्तमी का व्रत रखने वाली महिलाओं ने मंदिरों में माता को प्रसादी का भोग लगा पूरा दिन व्रत करने वाली महिलाओं के घरों में चूल्हा नहीं जलेगा। इस दिन परिवार के लोग ठंडा भोजन ग्रहण करेंगे। यह व्रत गर्मी की शुरुआत का पहला ऐसा त्यौहार होता है जिसके बाद से ठंडा खाना प्रचलित हो जाता है। घरों में महिलाएं तरह-तरह के व्यंजन बनाकर शीतला सप्तमी पर मां शीतला को अर्पण कर पूजा-अर्चना करती हैं। महिलाएं लाइन लगाकर मां शीतला के पूजन करने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आई। शहर के दशहरा मैदान स्थित शीतला माता मंदिर, पुराने बस स्टैंड स्थित शीतला माता मंदिर, बिरलाग्राम स्थित बड़े गणेश मंदिर पर पूजन के लिए महिलाओं की भीड़ देखी गई। पर्व की कड़ी में आगामी रविवार को दशा माता का पूजन किया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन घर की साफ सफाई कर व्रत करने वाली महिलाएं पीपल के वृक्ष की पूजन करती है। घर की दशा सुधारने के लिए यह पूजन किया जाता है। जिसके बाद दशा माता की कथा सुनी जाती है।
नहीं हुआ शांति समिति की बैठक में लिए निर्णय का पालन
होली पर्व के पूर्व प्रशासन ने मण्डी पुलिस थाने में शांति समिति की बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में कई सदस्यों ने यह मांग की थी कि शीतला सप्तमी के दिन महिलाओं की रात से मंदिरों के बाहर भीड लग जाती है। ऐसे में कई मंदिरों पर मवेशी महिलाओं को परेशान करते हैं। चुंकि महिलाओं के हाथ में पूजन की थाली रहती है जिसमें सामग्री रहती है, उसको खाने के लिए मवेशी महिलाओं के पीछे आते हैं, जिससे कई बार भगदड की स्थिति निर्मित हो जाती है। दशहरा मैदान स्थित मंदिर पर सुबह 6 बजे इस तरह का मामला देखा गया। एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने भी सुबह 7 बजे जब शहर का निरीक्षण किया तो उन्होंने स्वयं देखा कि कई मवेशी महिलाओं को परेशान कर रहे हैं। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई तथा नपा अधिकारी को फटकार लगाते हुए प्रत्येक मंदिर पर नपा कर्मचारी तैनात करवाऐ।
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