MP NEWS24- प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे किसानों के खेत पर जाकर सत्ता पक्ष के नेताओं व जनप्रतिनिधियों का किसानों से तत्काल सर्वे कराकर नुकसानी का शत-प्रतिशत मुआवजा दिलाने का आश्वासन पिछले कई वर्षों से ऊंट के मुंह में जीरा साबित होता रहा है। जिसके कारण किसान साथी अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगे हैं। जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि कृषक को के नुकसान का आकलन कर उनके खातों में डाली जा रही मुआवजा राशि को भी उतनी ही ईमानदारी से सार्वजनिक की जाए जैसा कि वह प्राकृतिक आपदा के ठीक दूसरे दिन पहुंचकर किसान साथियों को भरोसा दिलाते हैं।यह बात जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी ने ापदा-खाचरोद विधान सभा क्षेत्र के विभिन्न गांव के दौरे के दौरान कृषक साथियों के बीच कहीं। स्वामी ने कहा कि हर वर्ष प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसलों का नुकसान होता है और प्रतिवर्ष जनप्रतिनिधि किसानों के खेत पर पहुंचकर किसानों को शत-प्रतिशत मुआवजा दिलाने की बात करते हैं लेकिन आज तक किसानों को शत प्रतिशत मुआवजा मिला हो ऐसा कोई जनप्रतिनिधि बता नहीं सकता ऐसा क्यों ? सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी अपने आप को कृषक हितेषी सरकार बताती है लेकिन किसानों को उनके द्वारा दी जाने वाली बीमा राशि से यह बखूबी पता चलता है कि वह कितनी किसान हितेषी है।
भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों द्वारा शत-प्रतिशत मुआवजा राशि की दिलाने की बात कहकर किसानों के साथ छलावा किया जाता है। स्वामी ने इस अवसर पर किसान साथियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि अगर कृषक साथियों का फसल नुकसानी का मुआवजा शासन ओर भाजपा नेताओं द्वारा कृषि क्षेत्र में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम किसानों के साथ सड़क पर संघर्ष कर शासन प्रशासन के विरुद्ध आंदोलन कर उनके हक अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे।
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