MP NEWS24-बिरलाग्राम स्थित ग्रेसिम संगीत महाविद्यालय में हरे कृष्ण सत्संग का आयोजन सम्पन्न हुआ। जिसमे उज्जैन के श्रीश्री राधा मदन मोहन मंदिर से पधारे धीरगौर प्रभुजी, को-प्रेसिडेंट इस्कॉन उज्जैन तथा कपिल मुनि प्रभुजी डायरेक्टर ऑफ अवंतिका स्कूल ऑफ एक्सीलेंस उज्जैन ने अपने श्रीमुख से भगवान का गुणगान किया। सत्संग का आयोजन इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्री प्रभुपाद द्वारा जन-जन तक हरिनाम द्वारा जीवन मे भक्ति के समावेश से मनुष्य की आध्यात्मिक प्रगति की ओर अग्रसर करने के उद्देश्य से किया जाता है।प्रभुजी ने बताया कि कलयुग में मात्र भगवान का नाम लेने से मनुष्य जीवन का उद्धार हो सकता है। शास्त्रों में वर्णन है कि नित्य भगवान के 16 नाम का महामंत्र जपने से न सिर्फ हमें संसार के सुख संपत्ति और शांति मिलती है बल्कि मनुष्य जीवन का परम उद्देश्य भगवत धाम की प्राप्ति होती है। यह महामंत्र है- हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। समस्त भौतिक वस्तुओं और शक्तियों के स्वामी भगवान श्रीकृष्ण हैं उनकी महिमा अनंत है तथा वे सच्चिदानंद रूप में है, हम सभी भगवान के अंश हैं और वे हमारे परम पिता परमेश्वर हैं। उनसे दूर रहकर मनुष्य कभी भी सुखी नहीं हो सकता अर्थात भगवान श्री कृष्ण से जुड़े रहने पर सदैव परम आनंद की अनुभूति होगी, किसी अन्य स्त्रोत से कदापि नहीं। हरे कृष्ण सत्संग में बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चो ने सम्मिलित होकर बड़े हर्ष उल्लास के साथ भगवान के नाम संकीर्तन का आनंद लिया। कृष्णमयि बच्चों ने सुंदर मंगलाचरण तथा भक्तिमय नृत्य प्रस्तुत किया।
सत्संग का समापन श्रीकृष्णर्पित प्रसादम के साथ हुआ। नगर के प्रबुद्ध और प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने सत्संग का लाभ लिया, जिसमे आमंत्रित ग्रासिम कंपनी के एचआर हेड सुधीरसिंह श्रीमती सिंह, अनुविभागिय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी श्रीमती गोस्वामी, डॉ. सुनील कुमार प्राचार्य एबीपीएस, डॉ. अजंता अरोरा प्राचार्य एबीएचएस आदि गणमान्य सहित कई श्रद्धालु जन उपस्थित रहे। सभी श्रद्धालुओं ने कृष्ण की सेवा में भक्ति का व्रत लिया और सत्संग के परमानंद में सराबोर हो गए।
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