MP NEWS24-मंडी थाना प्रांगण में शाम 7 बजे यहां रैली के रूप में पहुंचे नपा के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने थाने का घेराव कर दिया। कर्मचारियों का कहना था कि उनके हक में आवाज उठाने वाले नगरीय निकाय कर्मचारी महासंघ के महामंत्री भवानीसिंह शेखावत पर नपा के स्वास्थ्य अधिकारी कन्हैयालाल चौहान की शिकायत पर शासकीय कार्य में बाधा व एट्रोसिटी एक्ट में दर्ज किया गया केस पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर झूठा है। मामले की निष्पक्ष जांच कर केस को वापस लिया जाना चाहिए। ट्रेड यूनियन नेता पर कथित रूप से दर्ज किए गए झूठे प्रकरण पर कांग्रेस ने भी विरोध जताया है। जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष सुबोध स्वामी ने नपा के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कर्मचारियों के हक की बात करने पर इस तरह झूठे प्रकरण लादे जा रहे जो लोकतंत्र की हत्या है।क्या है मामला
मामले में नगरीय निकाय महासंघ के महामंत्री शेखावत ने बताया कि 7 अप्रैल को वे संघ अध्यक्ष सुरेश रघुवंशी के साथ नपा सीएमओ सीएस जाट से मिलने नपा कार्यालय पहुंचे थे। सीएमओ को अवगत कराया गया था कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को सप्ताह में एक दिन का अवकाश देने के 30 मार्च 2022 को जारी आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। इस पर सीएमओ ने अपने चैंबर में ही स्वास्थ्य अधिकारी कन्हैयालाल चौहान को बुलाकर आदेश का पालन नहीं होने का कारण पूछा तो चौहान ने बताया कि अभी अवकाश देने का रोस्टर नहीं बनाया गया है। इस पर ट्रेड यूनियन नेता ने यह कहा था कि अगर आप रोस्टर बना रहे थे तो इसकी जानकारी संघ को दी जाना थी। वे धूप में नाहक नपा कार्यालय नहीं आते। इस पर स्वास्थ्य अधिकारी ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि हर जानकारी कर्मचारी संघ को नहीं दी जा सकती। इस पर शेखावत ने अक्षय मकवाना नाम के एक कर्मचारी के वेतन में हेराफेरी के मामले से सीएमओ को अवगत कराया तो सीएमओ ने यह जांच स्वास्थ्य अधिकारी चौहान से ही कराने की बात कही। इस पर यूनियन ने आपत्ति ली थी जिस विभाग की शिकायत है उसी विभाग के प्रभारी से जांच करना न्यायसंगत नहीं है। यह मांग करना सीएमओ व स्वास्थ्य अधिकारी को नागवार गुजरा। ज्ञापन सीएसपी मनोज रत्नाकर को दिया गया। इस अवसर पर बडी संख्या में नपा के सफाई कर्मचारी एवं अन्यकर्मचारीगण उपस्थित थे।
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