MP NEWS24-शहर के 17 हजार घरों में तथा 1 लाख 25 हजार की जनसंख्या को दुषित पेयजल पिलाने वाली नगर पालिका के निर्णय ही नपा की पोल खोल रहे हैं। शहर में लगातार दुषित पेयजल नपा द्वारा वितरित किया जा रहा है, जनता द्वारा रोज गंदा, मटमेला, बदबुदार पेयजल वितरण की शिकायत की जा रही है। इतना ही नहीं क्षेत्र के विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने भी जिला कलेक्टर को नपा द्वारा प्रदाय किए जा रहे दुषित पेयजल की जांच करने की मांग की है। उसके बावजुद नपा के अधिकारी भ्रष्ट्राचार का पुरा खेल खेल रहे हैं। मुनपा अधिकारी की माने तो नपा ने पुनः एलम के ही टेण्डर आमंत्रित किए हैं जबकि शहर की ही ग्रेसिम केमिकल डिविजन में बनने वाला पीएसी (पॉली एल्युमिनियम क्लोराईड) एलम के मुकाबले पानी का ज्यादा साफ करता है तथा इससे गाद भी नहीं होती। लेकिन नपा को एलम खरीद कर भ्रष्ट्राचार करना है तथा कई राजनेताओं को कमीशन कैसे पहुॅचेगा यदि एलम की जगह पीएसी ले ली जाऐगी।पानी शुद्ध- ही नहीं भ्रष्ट्राचार करने के लिए प्रेरित करते हुए सत्ताधारी दल से जुडे नमकीन व्यवसायी को नपा में घटिया एलम सप्लाई की तथा भ्रष्ट्राचार से प्राप्त जनता के पैसों की बंदरबांट सभी नेताओं ने की। जिसको लेकर भी जनता में अब आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। नागरिक नपा एवं नेताओं की कार्यप्रणाली पर सतत निगाह लगाऐ हुए हैं तथा सही समय आने पर निश्चित ही जवाब देंगे।
इनका कहना है
नपा के तकनिकी अमले की अनुशंसा पर ही फिल्टर प्लांट में लगने वाली एलम का उपयोग किया जा रहा है। यदि तकनिकी अमला पीएसी के उपयोग को कहेगा तो पीएसी मंगवाया जाऐगा। वैसे इस बार नवीन टेण्डर में हमारे द्वारा अच्छी एलम मंगवाई गई है।
सीएस जाट, मुनपा अधिकारी, नगर पालिका नागदा
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