Nagda(mpnews24)। मंगलवार को खाचरौद प्रशासन द्वारा निजी चिकित्सक डाॅ. प्रफुल्ल सुराणा पर की गई कार्रवाई के विरोध में नागदा के निजी चिकित्सकों द्वारा एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी को सौंपा।
नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन शाखा नागदा के बैनरतले प्रेषित ज्ञापन में कहा गया कि 27 अक्टूबर को खाचरौद में डाॅ. प्रफुल्ल सुराणा जो की शासकीय नियमानुसार निजी क्लिनिक का संचालन कर रहे हैं को प्रताडित कर उनका क्लीनिक सील कर दिया गया तथा जनता के दबाव में 5 घंटे बाद खोल दिया गया। यहह घटना प्रशासन एवं चिकित्सकों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। ज्ञापन में कहा गया कि जहाॅं एक और कोरोना महामारी काल में शासन चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से सद्भावपूर्ण वातावरण में सहयोग की अपेक्षा करता है वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं मेडिकल आॅफिसर के कहने पर उपाधिधारक चिकित्सकों के विरूद्ध कार्यवाही करने को तैयार रहता है तथा प्रशासन को अंधेरे में रखकर पैथी के विरूद्ध भी आयुर्वेद ऐलोपैथ में विभेद करने लगता है। जबकि स्वास्थ्य विभाग के जिला मुख्य चिकित्सक अधिकारी सीएमएचओ एवं मेडिकल आॅफिसर को पैथी के संबंध में कार्यवाही करने का कोई अधिकार नहंी है। यह जो भी कार्यवाही प्रशासन से करवाते हैं वह नियम विरूद्ध है।
शहर के निजी चिकित्सकों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग कि की मनोयोग से विचार कर भविष्य में इस प्रकार की नियम विरूद्ध कार्यवाही से प्रशासन को बचना चाहिए।
यह थे उपस्थित
ज्ञापन प्रेषित करते समय एसोसिएशन के अध्यक्ष डाॅ. प्रदीप रावल, डाॅ. एचएस सिकरवार, डाॅ. राकेश कुमार शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष डाॅ. हिमांशुदत्त पाण्डे, डॉ. रमेश जोशी, डॉ. एनसी गुप्ता, डॉ. एएच मंसूरी, डॉ. डॉ. एचएस सिकरवार, डॉ. राकेश परमार, डॉ. सीबी पाण्डेय, डॉ. सलीम खान, डॉ. विनय सरकार, डॉ. प्रदीप रावल के अलावा खाचरौद के साथी डॉ. बृजेश पुरोहित, डॉ. अशोक गुप्ता, डॉ. धीरेन्द्र दवे, डॉ. प्रफुल्ल सुराणा, डॉ. रणछोड़ राठौर, डॉ. सौरभ कटारिया, डॉ. गणेश पाटीदार, डॉ. अनिल पाटीदार, डॉ. दीपक भाटी, डॉ. हिमांशु पुरोहित आदि उपस्थित थे।
आदि उपस्थित थे।
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