नागदा - पेंशन प्रमाण-पत्र हेतु उज्जैन जाना कष्टदायक साबित हो रहा पूर्व विद्युत मण्डल कर्मचारियों को



Nagda(mpnews24)।   विद्युत मण्डल के सेवानिवृत्त कर्मचारीगणों को उम्र के इस पडाव में भी अपने जीवित होने का प्रमाण-पत्र देने हेतु उज्जैन बुलाया जा रहा है। जिसको लेकर विद्युत मण्डल के सेवानिवृत्त इंजीनियर एसपी जैन, पूर्व अनुभाग अधिकारी एचके जैन, सेवानिवृत्त इंजीनियर एसएन जायसवाल, पूर्व यूडीसी प्रकाशचन्द्र शर्मा ने विभाग को पत्र लिखकर नागदा में ही उक्त सुविधा प्रदान करने की मांग की है।

सेवानिवृत्त अधिकारियों, कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान को कोरोना संक्रमण का काल चल रहा है। इस दौरान वैसे ही वृद्धजनों को बाहर निकलने की मनाही है उसके उपरांत भी शहर से 50 किलोमीटर दूर उन्हें पेंशन प्राप्त करने हेतु जीवित प्रमाण-पत्र के लिए बुलाया जा रहा है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने कहा कि जीवित होने का प्रमाण-पत्र डिजिटल कर दिया गया है। माह नवम्बर 2020 में इस प्रमाण-पत्र के अभाव में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को विभाग द्वारा पेन्शन भी जारी नहीं की गई है। जबकि वर्तमान में कोविड-19 महामारी का प्रकोप निरंतर जारी है एवं अधिकारी, कर्मचारी ब्लड प्रेशर, शूगर, थायराईड जैसी गंभीर बिमारियों से ग्रसित हैं ऐसे में उज्जैन जाकर डिजिटल जीवित प्रमाण-पत्र देना संभव नहीं है। ऐसी परिस्थिति में कम्पनी प्रबन्धन प्रत्येक संभाग के स्थापना प्रभारी या एक कर्मचारी वह मीटर वाचक भी हो सकता है क्योकि सभी के यहाॅं विद्युत उपयोग होता है। अधिकारी, कर्मचारी के निवास पर जाकर उक्त डिजिटल मशीन से उनके जीवित होने का प्रमाण-पत्र मुख्यालय संभाग के कार्यपालन यंत्री के काउन्टर हस्ताक्षर करवाकर भेजा जा सकता है।
सेवानिवृत्त अधिकारियों, कर्मचारियों ने मांग की है कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए विभाग को उक्त सुविधा शहर अथवा निवास स्थान पर भेजकर डिजिटल प्रमाण-पत्र जारी किए जाना चाहिए।
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