प्रेषित ज्ञापन में मांग की गई है कि वर्तमान समय में प्रदेश में हुए उपचुनाव में राजनैतिक दलों द्वारा हजारों व्यक्तियों की रैली व आमसभा की गई है जिसकी अनुमति प्रशासन द्वारा दी गई है। नागदा में छठ पर्व गवर्नमेंट काॅलोनी, नायन डेम, मेहतवास चम्बल तट पर तीन स्थानों पर मनाया जाता है जिसके कारण श्रद्धालुओं की संख्या भी विभक्त हो जाती है इसलिए भीड भी ज्यादा एकत्रित नहीं होगी।
छठ पूजा के महत्व को ध्यान में रखते हुए पूर्वांचलवासी चम्बल नदी पर परम्परागत छठ पूजन करने हेतू एक ही समय में सभी न पहुंच कर के पृथक-पृथक पहुंचकर उक्त पर्व की पूजा करेगें ताकि पर्व का महत्व भी पूर्ण हो जाये और कोरोना संक्रमण में दी गई गाईडलाईन का भी पालन करते हुए छठ पूजन हेतू जिन महिलाओं और व्यक्तियों द्वारा उपवास रखा जाएगा जिनको पूजा करना अनिवार्य है उन्हें आवश्यक रूप से अनुमति प्रदान करें।
जल के अन्दर खडे रहकर अध्र्य दिया जाना अनिवार्य है
पूर्वाचल क्षैत्र के सभी नागरिक दिवाली के बाद छठ तिथी को छठ पूजा करते है इस पर्व का पूर्वाचल में अत्यंत महत्व एवं श्रद्धा होती है इस पर्व का पूजन की जो विधी है उसमें मुख्यतः यह है कि किसी भी नदी में जाकर उगते सुरज एवं अस्त होते सुरज में भगवान सुर्य को स्त्री, पुरूष दोनो पूजा पश्चात जल के अन्दर खडे रहकर अध्र्य दिया जाना अनिवार्य है। ऐसी परिस्थिति में किसी भी हालत में उक्त पूजन नदी के किनारे के अलावा और कही किया जाना संभव नही है। नागदा क्षैत्र में पूर्वाचलवासियों का एक बहुत बडा समूह इस पर्व को बडी श्रद्धा के साथ मनाता है।
यह थे उपस्थित
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी, हरहंगी तिवारी, सरनामसिंह चैहान, रघुनाथसिंह ठाकुर, सुरेन्द्र मिश्रा, शिवनारायण चैधरी, नित्यानंद चैबे, सेवालाल यादव, जेपी मल्लाह, संतोष यादव, रामनयन यादव, रमेशचन्द्र चन्देल, सुशील मोदी, स्मीता कुमार, मांगीलाल गुर्जर, फुलबदन सिंह, संदीप चैधरी, नरेन्द्र रघुवंशी आदि उपस्थित थे। ज्ञापन का वाचन शहर कांग्रेस अध्यक्ष राधे जायसवाल ने किया।
Post a Comment