अपनी सुरक्षा स्वयं करें
शहर में इस बात को लेकर भी चिंता बढ गई है कि प्रशासन विगत कई कई माह से संक्रमण के खतरे को लेकर सभी को आगाह करता आया है। ऐसे में शहरवासियों को अब यह खुद ही समझना होगा कि जान है तो जहान है तथा अपनी सुरक्षा स्वयं करना ही सुनिश्चित करना होगा। ज्यादा कुछ नहीं करें तो कम से कम शहर के नागरिक मास्क अवश्य पहन कर बाहर निकलें। क्योंकि पूर्व में ग्रीष्म ऋतु के दौरान भले ही संक्रमण का दायरा सिमित रहा हो लेकिन शीत ऋतु में यह बढ भी सकता है। ऐसे में सुरक्षा बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि अभी भी कोरोना की वैक्सिन आने में दो-तीन माह का समय और लग सकता है। ऐसे में तब तक तो सुरक्षित स्वयं को एवं परिवार को रखने की जिम्मेदार भी आप हम पर ही है।
पुरे देश में तेजी से बढ रहा है कोरोना
देश मे कोरोना मरीजों की रफ्तार एक बार फिर तेज होने लगी है। सबसे जयादा खराब हालत दिल्ली की है। दिल्ली में जहाॅं मात्र 18 दिनों में ही 1 लाख 10 हजार लोग इस बिमारी से संक्रमित हो गए है। इसी प्रकार प्रदेश की राजधानी भोपाल की हालत भी कुछ ठीक नहीं है, गुरूवार को भोपाल में जहाॅं रिकार्ड 425 मरीज कोविड-19 के मिले तथा यह संख्या 24 घंटे में ही दुगनी हो गई बुधवार को यही आंकडा 229 के पास था। पुरे कोरोना काल में अब तक की यह भोपाल में मिले मरीजों की संख्या सबसे बडी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। इन्दौर में भी नवम्बर माह में पहली बार 255 नए मरीज मिले हैं। इसी प्रकार उज्जैन जिले में भी एक बार फिर संक्रमण का आंकडा बढता जा रहा है। प्रदेश में बढते मामलों को देखते हुए शुक्रवार को सरकार द्वारा एक उच्च स्तरीय बैठक भी ली गई जिसमें आगामी दिनों में लाॅकडाउन लगाने तक पर भी चर्चा हुई है।
दिसम्बर माह में चरम पर होंगे मामले
कोरोना संक्रमण क मामले में जानकारों का कहना है कि दिसम्बर माह सबसे कठिन होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि शीत ऋतु के दौरान संक्रमण अधिक देखा गया है। इससे पूर्व यदि हम अन्य देशों के मौसम को देखें तो उन स्थानों पर संक्रमण अत्यधिक हुआ जो ठंडी जगह है। चाहे अमेरिका, फ्रांस या अन्य देश हों वहाॅं संक्रमण अत्यधिक हुआ है। ऐसे में दिसम्बर माह में सबसे ज्यादा सुरक्षित रहने की आवश्यकता है। जनवरी-फरवरी तक वैक्सिन आ सकती है तथा मार्च में पुनः ग्रीष्म ऋतु आने पर इसका प्रभाव कम हो जाऐगा।
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इन बातों का रखे हमेशा ध्यान
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु इन बातों का खासतोर पर ध्यान रखे जिसमें दूर से अभिवादन करें न किसी से हाथ मिलायें न गले मिलें, आपस में दो गज की दूरी जरूर रखें, घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहनें, बार-बार अपनी आंख, नाक और मुंह को छूनें से बचें, खांसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढंककर रखें। श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें, बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सेनीटाइजर से हाथों को धोयें, सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, तंबाकू, गुटखा, खैनी, पान आदि खाकर यहां-वहां न थूकें, बार-बार छुए जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें, अनावश्यक यात्रा से बचें, कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव न करें, अनावश्यक भीड़भाड़ इकट्ठा न होने दें, अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित न करें। सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें, आपस में सभी एक-दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करें।
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