Nagda(mpnews24)। देवउठनी एकादशी से अबूझ मुहूर्त के साथ ही शादियों का दौर पुरे देश के साथ शहर में भी प्रारंभ हो जाऐगा। इस शुभ मुहूर्त से पहले ही शहर के नागरिकों ने बेहतरीन से बेहतरीन व्यंजन बनाने वाले हलवाई के साथ ही बैंड, घोडी, टेंट, मांगलिक परिसर, लाईट और डीजे साउंड को आरक्षित कर लिया है। इस कार्य को कई लोगों ने महिनों पूर्व ही कर लिया था जिसके चलते अब कई नागरिकों को लग्न निकलने के बाद मांगलिक परिसर एवं अन्य बुकिंग में परेशानी भी उठानी पड रही है। 24 नवम्बर से 11 दिसंबर तक शहर में सैकडों की संख्या में मांगलिक आयोजन का अनुमान लगाया जा रहा है। शहर में करीब 50 के लगभग छोटे-बडे मांगलिक परिसर मौजुद हैं जिनमें कई-कई दिनों की बुकिंग पूर्व से ही हो चुकी है। वैसे 11 दिसम्बर तक अधिक शादियाॅं हैं। लाॅकडाउन में रूकी शादियाॅं भी अब हो रही हैं। ऐसे में अब नई बुकिंग भी नहीं हो पा रही है। जिन गणमान्य नागरिकों के बच्चों का विवाह होना हैं उन्होंने नवरात्रि के पूर्व ही अपनी तैयारियाॅं प्रारंभ कर दी थी। जिसके चलते अब उन्हें ज्यादा दौड भाग नहीं करना पड रही है, परन्तु जिनके बाद में लग्न निकले उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
एक साल बाद बनी ऐसी स्थिति
कोरोना काल के चलते गत वर्ष मार्च माह में ही केन्द्र सरकार द्वारा लाॅकडाउन लगा दिया गया था जिसके चलते मार्च, अप्रैल, मई, जून जबकि अत्यधिक शादियाॅं होती है पर मुहुर्त के बाद भी शादीयाॅं नहीं हो पाई थी। 8 माह बाद पुनः ऐसा संयोग आया है कि मांगलिक परिसर से लेकर, बैण्ड, टेंट, लाईट, साउण्ड आदि वालों को आयोजन को पूर्ण करने में समय कम पड रहा है। घोडी बुकिंग करने वालों का कहना है कि 24 व 25 नवम्बर से दिसंबर तक काफी काम है। दर्जनों आॅर्डर बुक हो चुके हैं। उनका कहना है कि बीते एक वर्ष बाद ही ऐसी स्थिति बनी है।
सीमित आयोजनों को ही अनुमती, व्यंजनों की संख्या भी घटी
वैसे संक्रमण के खतरे के बीच होने वाले आयोजनों में इस बार मेहमानों की लिस्ट को थोडा छोटा भी किया जा रहा है। बहुत करीबी एवं प्रतिदिन की मुलाकात वालों को तरजीह दी जा रही है। अधिकांश कार्यक्रमों में संख्या 200-300 से ज्यादा नहीं रखी जा रही है। कुछ एक आयोजनों में ही 500 तक की संख्या हो सकती है। इसी प्रकार 14 दिसंबर तक मुहुर्त होने के कारण इस दौरान अधिक संख्या में शादियाॅं होगी।
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