Nagda(mpnews24)। मध्यप्रदेश शहरी, ग्रामीण असंगठित कर्मकार कल्याण मण्डल के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के नागदा आगमन पर उनका स्वागत करते हुए 11 सुत्रीय मांग पत्र प्रेषित कर विभिन्न समस्याओं के निराकरण की और उनका ध्यान आकर्षित किया है।
श्री शेखावत ने प्रेषित मांग पत्र में कहा कि 4-5 अक्टूबर को भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश में कार्यरत विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारी संगठनों से चर्चा की गयी थी। सभी कर्मचारी संगठनों ने विभिन्न समस्याओं का ज्ञापन उन्हें दिया था इसी के साथ प्रदेश में नगरीय निकाय एवं पंचायत तथा जनपदों के चुनाव के पूर्व सभी मांगों को स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है।श्री शेखावत ने मुख्यमंत्री श्री चैहान को मांग पत्र प्रस्तुत करते हुए अनुरोध किया था कि प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी संविदा कर्मचारियों को जिनका सेवा काल 10 वर्ष का हो गया है, पूर्व निर्णयानुसार उनका विनिमितिकरण किया जावे। इसी प्रकार प्रदेश के परीक्षा एवं पात्रता प्राप्त अतिथि शिक्षकों को शिक्षा विभाग में स्थायी नियुक्ति दी जावे, प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में पूर्व में स्व्ीकृत पदों को योग्यता एवं पात्रतानुसार भरा जावे, वर्ष 2017 में मध्यप्रदेश शासन द्वारा सभी संविदा कर्मचारियों को 90 प्रतिशत वेतनमान देने का निर्णय लिया गया था, वर्तमान में केन्द्र एवं राज्य द्वारा मिलकर चायी जाने वाली योजना आजीविका मिशन, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, मनरेगा में कार्यरत कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिला है, इनमें 10 वर्ष से अधिक सेवा देने वालों को वेतनमान एवं सभी प्रकार के संविदा कर्मचारियों का विनिमितिकरण किया जावे। प्रदेश की आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के वेतनमान में पूर्वर्ती कांग्रेस सरकार ने जो 1500 रूपये प्रतिमाह कम किये थे, वह मानदेय पुनः दिया जावे, साथ ही घोषणानुसार सेवानिवृत्त होने पर आंगनवाडी कार्यकर्ता को एक लाख रूपये की राशि बतौर उपादान दी जावे।
श्री शेखावत ने कहा कि प्रदेश में चूंकि न्यूनतम वेतन निर्धारण हुए पांच वर्ष से अधिक हो गया है, अतः प्रदेश के सभी छोटे-बडे कारखानों एवं अशासकीय उपक्रमों में कार्यरत सभी संविदा, दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों के न्यूनतम वेतन का पुनः निर्धारण किया जावे। नागदा नगर के सभी कारखानों में कार्यरत ठेका, संविदा श्रमिकों को 22 मार्च की उपस्थिति अनुसार कार्य पर रखा जावे, नागदा नगर के सभी वार्डो में झुग्गी-झोपडियों का सर्वे कर नियमानुसार उन्हें मालिकाना हक दिया जावे, नागदा नगर स्थित महाविद्यालय में सभी संकायों (विषयों) की कक्षाऐं प्रारंभ की जावे एवं आवश्यकतानुसार स्टाफ की व्यवस्था की जावे। साथ ही मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्वीकृत कन्या महाविद्यालय का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जावे एवं 50 बिस्तरों वाले शासकीय अस्पताल का कार्य भी अतिशीघ्र प्रारंभ किया जावे। कर्मचारी राज्य बीमा निगम द्वारा संचालित इंगोरिया रोड स्थित अस्पताल में सभी बिमारियों के विशेषज्ञों की नियुक्ति की जावे एवं बिरलाग्राम तथा मण्डी स्थित दोनों औषधालय में पर्याप्त चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की जावे, नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र में एक उत्कृष्ट विद्यालय की सौगात दी जावे। आदि का मांग पत्र दिया गया।
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