Nagda(mpnews4। सोमवार को नेशनल टीबी एलीमीनेशन प्रोग्राम के उन्मुखिकरण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के कंसल्टेंट डाॅ. निधि सांकला एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. महावीर खण्डेलवाल, उज्जैन के निर्देशानुसार तथा डाॅ. सुनिता परमार जिला क्षय अधिकारी नें ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर डाॅ. कमल सोलंकी समस्त सेक्टर मेडिकल आॅफिसर, फार्मासिस्ट, लेब टेक्निशन, कम्युनिटी हेल्थ आॅफिसर को प्रक्षिक्षण दिया। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश कार्यक्रम के अन्तर्गत टीबी एवं टीकाकरण दोनो ही राष्ट्रीय कार्यक्रमों को सम्मलित किया गया है। जिसमें वर्ष 2025 तक देश को क्षय मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए डाॅ. निधि सांकला ने निर्देशित किया कि टीबी में नोटिफिकेशन एक महत्वपुर्ण प्रक्रिया है, समस्त मेडिकल आॅफिसर अपनी ओपीडी में प्रारम्भीक लक्षण जैसे 15 दीन से अधिक की खासी, बुखार, वजन में कमी आना बलगम में खून आना, रात्री मे पसीना आना, या इनमें से कोई एक लक्षण होने पर भी सम्बंधित मरीज की खकार की जांच तथा एक्स-रे आवश्यक रूप से करवावें।जांच पश्चात मरीज के टीबी पाॅजिटिव पाये जाने पर मरीज को मुक्त दवा उसके घर पर ही स्थानीय कार्यकर्ता के माध्यम से खिलाई जाती है, साथ ही उपचार के साथ पोषण योजना के अन्तर्गत 500 रूपये प्रतिमाह ईलाज के दोरान दिया जाता है। दवा प्रारम्भ कर इसे बिच में बन्द करना घातक हो सकता है। इस अवसर पर जिला क्षय अधिकारी डाॅ. सुनिता परमार द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए, इसके पश्चात् जिला क्षय अधिकारी डाॅ. सुनिता परमार एव डाॅ. निधि सांकला द्वारा सिविल हास्पिटल नागदा, स्थानीय लेब एवम अन्य विभागो का निरिक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए, तथा लेब टेक्निशन को गुणवत्तापुर्ण जांच करने हेतु आदेशित किया गया। इस अवसर पर बीईई बीएल सोनी, बीसीएम श्रुतिका भोंडवे, नविन पाण्डे, उपस्थित रहे।
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