पूर्व केबिनेट मंत्री शेखावत के नेतृत्व में किया प्रदर्शन
मंगलवार को पूर्व केबिनेट मंत्री सुल्तानसिंह शेखावत के नेतृत्व में भारतीय मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ओर ठेका श्रमिकों ने कड़ाके की सर्दी में ईएसआई के लोकल आफिस के सामने धरना प्रदर्शन किया। श्री शेखावत ने बताया कि प्रधानमंत्री अटल बीमा योजना के तहत श्रमिकों के आवेदन फार्म भरने की जिम्मेदारी स्थानिय अधिकारियों व कर्मचारियों की थी, लेकिन इन्होंने अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया। जिसके कारण आज तक ठेका श्रमिकों को अटल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल सका। उन्होंने बताया कि ठेका श्रमिकों को ईएसआई नियमित कटने के बाद भी उनको बीमा की सेवाएं नहीं मिल रही, जिसके कारण ठेका श्रमिकों में ईएसआई कार्पोरेशन के अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। मामले को लेकर ईएसआई के डिप्टी डायरेक्टर डीके सुरेश से दुरभाष पर चर्चा कि उन्होंने तीन दिन की समय अवधि में सेवाएं दुरुस्त करने का आश्वासन दिया। इस दौरान ठेका श्रमिकों ने डिप्टी डायरेक्टर को संबोधित ज्ञापन स्थानिय प्रबंधक अमरीश जैन को सौंपा, जिसमें तीन दिन का अल्टीमेटम दिया। तीन दिन की समय अवधि में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर सैकड़ों ठेका श्रमिकों के साथ धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन की चेतावनी दी। बीएमएस के एसएन शर्मा के अनुसार डिप्टी डायरेक्टर सुरेश के आश्वासन के बाद भामसं ने धरना प्रदर्शन स्थगित किया। इस दौरान अशोक गुर्जर, राजकुमार सिसोदिया, संजय ठाकुर, मोहब्बतसिंह बैगसर, विरेंद्रसिंह चैहान, मधु नायर, सलीम खान, दशरथसिंह तंवर सहित सहित भामसं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ठेका श्रमिक ने सुनाई व्यथा
ठेका श्रमिक पंकज प्रजापत ने बताया कि वर्ष 26 अप्रैल 2019 को उनके पुत्र दिव्यांश के उपचार का बिल 2 लाख 17 हजार 360 रुपए ईएसआई में जावक क्रमांक 569 से जमा कराया, लेकिन आज तक उसका भूमि नहीं हुआ। इसके लिए ईएसआई के उषैन, इंदौर सहित अन्य कार्यालय में पहुंचकर गुहार लगाई, लेकिन परिणाम शून्य रहा। ठेका श्रमिक रामस्वरुप ने बताया कि कोरोना कॉल में जिन श्रमिकों ने ईएसआई से छुट्टियां ली, उनको आज तक ईएसआई की छुट्टियों का भुगतान नहीं हुआ। लोकल आफिस में भी सिर्फ एक या दो कर्मचारी रहते है जिससे श्रमिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Post a Comment