Nagda(mpnews24)। केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सम्मान निधि के नाम से संचालित योजना जिसमें कृषकों को प्रतिवर्ष 6000 रूपये की सम्माननिधि प्रदान की जाती है, उक्त निधि से नागदा तहसील के सैकडों कृषक वंचित हो रहे है।
पूर्व सरंपच अर्जुनसिंह पंवार ने जारी प्रेस बयान में कहा कि नागदा तहसील में मुख्यमंत्री किसान कल्यण योजना के अन्तर्गत सत्यापित किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्राप्त नहीं हो रही है। जबकि शासन ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि योजना के पात्र किसानों का सत्यापन कर योजना का लाभ दिया जावे। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि ग्राम रतन्याखेडी के कृषक सुरेन्द्रसिंह डोडिया जो कि योजना में पात्र हैं इनके द्वारा दो बार आवेदन पटवारी के माध्यम से देने के बाद भी अभी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि नहीं मिली है। वीं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना उन्हीं किसानों को प्रदान की जावेगी जिन्हें पहले से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्राप्त हो रही है। ऐसे में वर्ष 2018 के बाद फौती नामांतरण वाले तथा अन्य कृषकों को शासन की इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।पूर्व सरंपच श्री पंवार ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर राजस्व विभाग एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक तहसील स्तर पर आयोजित कर पात्र किसानों का सत्यापन कर योजना का लाभ दिलवाऐ जाने की मांग की है। श्री पंवार ने यह भी कहा कि इस योजना में एक परिवार के एक सदस्य को योजना का लाभ दिया जावेगा या सभी सदस्य जिसके नाम कृषि भूमि पृथक-पृथक है उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा, यह स्पष्ट किया जाना चाहिए।
श्री पंवार ने कहा कि नागदा तहसील में कई कृषक परिवार है जिनके एक से अधिक सदस्यों को सम्मान निधि प्राप्त हो रही है जबकि कई परिवारजनों को यह निधि नहीं मिल रही है जबकि भूमि सभी की राजस्व विभाग में अलग-अलग है, लेकिन कई परिवार ऐसे है जिनकी भूमि तो अलग-अलग है लेकिन सम्मान निधि सिर्फ एक व्यक्ति को ही दी जा रही है जो कि उचित नहीं। राजस्व विभाग के अधिकार कहते हैं कि परिवार के एक ही व्यक्ति को निधि का लाभ मिलेगा ऐसा नियम है जबकि कई परिवार में पति-पत्नि दोनों को इसका लाभ मिल रहा है यहाॅं नियम लागू नहीं होता। उन्होंने कहा कि एक ही तहसील में दोहरा मापदण्ड चल रहा है जो कि शासन के नियमों के विपरित है।
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