Nagda(mpnews24)। बुधवार को खाद्य विभाग की अधिकारी एवं स्थानिय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अभद्रता करने वाले व्यवसायी दंपत्ति को गुरूवार को पुलिस ने न्यायालय में प्रस्तुत किया। न्यायालय में व्यवसायी की और से प्रस्तुत जमानत आवेदन पर चली लम्बी बहस के बाद विद्वान न्यायाधीश महोदया ने उनकी जमानत अर्जी को खारिज कर दिया। जिसके बाद दोनों ही पति-पत्नि को जेल भेज दिया गया। महिला आरोपी को जहाॅं उज्जैन जेल भेजा गया है वहीं पुरूष आरोपी को खाचरौद स्थित उपजेल भेजा गया है। वहीं शहर में उक्त घटनाक्रम के बाद काफी चर्चाओं का बाजार गर्म है। घटनाक्रम के बाद शहर के व्यवसायी काफी दहशत में है तथा किसी भी प्रकार की कार्रवाई से बचने के जतन करने में लग गए है।
क्या है मामला
मामले में खाद्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर आशीषसिंह के निदेश पर मिलावट से मुक्ति अभियान के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा गठित संयुक्त जांच दल बुधवार को एसडीएम नागदा आशुतोष गोस्वामी के निर्देशन में नागदा शहर में कार्यवाही करने पहुॅंचा था। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के दल द्वारा गोपाल ट्रेडर्स पर जांच कर लूज (खुला) सोयाबीन तेल एवं मिर्च पावडर का नमूना लेकर 198 लीटर सोयाबीन तेल एवं 23 किलोग्राम मिर्च पाउडर जप्त किया था। इसके बाद दल ने मोहता ट्रेडिंग पर 2 घी के नमूने लिये एवं जाचं दल आगे कार्यवाही करने हेतु अशोक ट्रेडिंग कम्पनी पर पहुॅंचा था। जांच दल द्वारा अनियमितता पाये जाने पर नमूना लेने की कार्यवाही शुरू ही की थी कि दुकान संचालक अशोक चैधरी के पुत्र आशीष चैधरी एवं आशीष की धर्मपत्नि श्रीमती रेना चैधरी ने जांच दल के साथ अभद्रता कर एवं मौके पर लिये गये तेल के नमूने को छीनकर फेंक दी एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपा टटवाडे और जांच दल के साथ धक्का-मुक्की कर नमूना कार्यवाही नहीं होने दी थी। जिस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा संबंधित थाने में आशीष चैधरी एवं रेना चैधरी के विरूद्ध नमूने छीनने एवं शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की एफआईआर दर्ज कराई गई। जांच दल में तहसीलदार राजेन्द्र गुहा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपा टटवाडेद्व पीएल डोडियार एवं अन्य राजस्व अधिकारी आदि शामिल थे।
दोनों आरोपीयों को भेजा जेल
खाद्य विभाग के जांच दल से अभद्रता करने वाले दोनों व्यवसायी दंपत्ति को गुरूवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। न्यायालय में आरोपीयों ने जमानत अर्जी प्रस्तुत की थी जिस पर बहस उपरांत विद्वान न्यायाधीश महोदया ने आरेापीयों क जमानत निरस्त कर दी तथा जेल भेजे जाने के आदेश जारी कर दिए। महिला आरोपी को जहाॅं उज्जैन जेल भेजा गया है वहीं आशीष को खाचरौद उपजेल भेजा गया है।
व्यवसाईयों पर बना दबाव
शहर में इस बात की चर्चा भी जोरों पर है कि लगातार प्रशासनिक कार्रवाई के माध्यम से शहर के व्यवसाईयों पर दबाव बनाने की कवायद की जा रही है। जिससे की उनसे अनुचित उगाही की जा सके। वहीं सूत्र यह भी कहते हैं कि विगत कुछ दिनों में प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर कुछ लोग ऐसी कार्रवाईयों को अंजाम दिलवा रहे है। जबकि लाॅकडाउन के दौरान शहरवासियों की हर संभव मदद करने वाले व्यापारियों को कार्रवाई के माध्यम से परेशान किया जा रहा है जिससे की अन्य व्यवसाईयों पर दबाव बने तथा उन पर कार्रवाई का भय दिखाकर मोटी उगाही की जा सके। इन दिनों चल रहे घटनाक्रम के बाद व्यवसाईयों में काफी दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है।
Post a Comment