नागदा - रेल आरक्षित टिकिट की एक खिडकी बनी परेशानी का सबब, घंटो लगना होता है लाईन में अनारक्षित टिकिट नहीं मिलने से हो रही यात्रियों को परेशानी,



Nagda(mpnews24)।   एक और तो सरकार द्वारा कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए फिजिकल डिस्टेंसिंग रखने तथा मास्क का उपयोग करने की दुहाई टीका आने के बाद भी की जा रही है वहीं नागदा रेल्वे स्टेशन पर शासन के नियमों की धज्जियाॅं उडते देखी जा सकती है। यहाॅं आरक्षित टिकिट करवाने आने वाले नागरिकों को घंटों लाईन में खडे रहना पड रहा है जिसमें न तो फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और ना ही कोई मास्क पहन कर आता है।

सिर्फ एक ही खिडकी से जारी होते है आरक्षित टिकिट
नागदा रेल्वे स्टेशन पर आरक्षित टिकिट प्राप्त करने हेतु सैकडों यात्रियों की प्रतिदिन लाईन लगती है। यहाॅं आरक्षण कार्यालय में दो अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था है लेकिन बावजुद इसके मात्र एक टिकिट खिडकी से ही आरक्षित टिकिट जारी किए जा रहे है। जिसके चलते आरक्षित टिकिट करवाने आने वाले नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पडता है तथा घंटों लाईन में लगे रहना पडता है। कई बार तो लाईन में लगे-लगे ही कन्फर्म टिकिट वेटिंग में आ जाता है।

कोरोना काल में बैठने की टिकिट का भी आरक्षण करवाना पड रहा
कोरोना महामारी के चलते पुरे देश में यात्री रेलों का आवागमन बन्द कर दिया गया था। वर्तमान में यात्री गाडियों का संचालन पुनः प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन सभी प्रकार के टिकिट सिर्फ आरक्षित प्रक्रिया के तहत ही प्रदान किए जा रहे है। ऐसे में शयनयान, वातानुकुलित के साथ-साथ बैठने की सीटों को भी आरक्षित करवाया जा रहा है। रेल्वे द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से उठाये गये कदम स्वागत योग्य है परन्तु आरक्षित टिकिटों को जारी करने हेतु कोई सुविधा प्रदान नहीं की गई। जिससे नागरिकों में आक्रोश है।

अनारक्षित टिकिट जारी करने वाले स्थान से मिले आरक्षित टिकिट
शहर के जिम्मेदार नागरिकों ने मांग की है कि अनारक्षित टिकिट वाले स्थान से भी आरक्षित टिकिट प्रदान किए जाने चाहिए। साथ ही जिन अधिकारियों की ड्यूटी पूर्व में अनारक्षित टिकिट जारी किए जाने हेतु थी उन्हें ही आरक्षित टिकिट जारी करने की अनुमती दी जाना चाहिए जिससे की एक से अधिक काउन्टर से टिकिट प्राप्त हो सकेगे तथा नागरिकों को सुविधाऐं मिल सकेगी। रेल प्रशासन को भी चाहिए था कि एक से अध्कि काउन्टर से ही आरक्षित टिकिट जारी करने की व्यवस्था की जाऐ क्योकि यात्रियों को घंटों लाईनों में खडे रहना पड रहा है।

अनारक्षित टिकिट जारी किए जाने की सुविधा हो प्रारंभ
क्षेत्र के नागरिकों के साथ-साथ जनप्रतिनिगण भी पूर्व में मांग कर चुके हैं कि अनारक्षित टिकिट जारी किए जाने चाहिए। रेल प्रशासन चाहे तो अनारक्षित टिकिटों पर भी सीट नम्बर का उल्लेख कर सकता है जिससे जितनी सिटिंग व्यवस्था होगी उतनी ही टिकिट जारी होंगे तथा फिजिकल डिस्टेंस का भी पालन हो सकेगा। रेल प्रशासन को मात्र अपने पुराने कम्प्यूटर सोफ्टवेयर में मामुली बदलाव करने से ही उक्त सुविधा नागरिकों को मिल सकती है।

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आॅनलाईन टिकिट में वसुल रहे अधिक राशि

यात्रा हेतु आॅनलाईन टिकिट कराने पर लगभग 17 से 18 रूपये अतिरिक्त देना पड रहे है। बताया जाता है कि नागदा से कोटा का टिकिट पूर्व में 35-40 लोकल एवं एक्सप्रेस में 65 रूपये थे जो वर्तमान में बढकर लोकल में ही 55 रूपये तथा आॅनलाईन टिकिट लेने पर 70 रूपये हो गया है वहीं एक्सप्रेस में 110 रूपये वसुले जा रहे है। जो जनता के साथ कुठाराघात है।
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