बैंक अधिकारियों ने की 2 करोड से अधिक की धोखाधडी
श्री गुर्जर ने विधानसभा को अवगत कराते हुए नागदा आईसीआईसीआई बैंक की स्थानीय शाखा में किसानों के साथ लगभग 2 करोड़ से अधिक रूपये की धोखाधड़ी की गई है। 30 से अधिक किसानों के केसीसी खाते से उनके बिना जानकारी के 2 करोड़ से अधिक रूपये निकाल लिये। किसानों द्वारा नागदा पुलिस थाने में शिकायत करने के बावजूद भी पुलिस धोखाधड़ी काण्ड का मास्टरमाईण्ड कहे जाने वाले बैंक कर्मी व उसके साथियों को अभी तक पुलिस नहीं पकड़ पायी है। बैंक में हुई इस धोखाधड़ी के मामले में बैंककर्मी दिलीप व्यास सहित अन्य अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है क्योंकि कुछ किसानों ने दिसम्बर-जनवरी के बीच ही बैंक मैनेजर सहित अन्य अधिकारियों को रूपये गायब होने की जानकारी दी थी, लेकिन उन्हें यह कहा जाता रहा कि सर्वर में दिक्कत होने की वजह से इस तरह की परेशानी आई है। इससे स्पष्ट है कि कहीं न कहीं अन्य अधिकारी भी इस सांठ-गांठ में लिप्त हैं। निजी बैंक में जिन जिम्मेदारों पर किसानों के खातों की सुरक्षा का जिम्मा था, उन्होंने ही बैंक में भ्रष्टाचार की परते फैसते हुए किसानों के खातों पर डाका डालकर दिया। किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में हर दिन शिकायतकर्ता किसानों की संख्या बढ़ रही है।
फसल बीमा की प्रिमियम भी बैंककर्मीयों ने बीमा कंपनी में नहीं की जमा
आईसीआईसीआई बैंक नागदा-खाचरौद द्वारा सैकड़ों किसानों की फसल बीमा की राशि की प्रीमियम तो किसानों के खातों से जमा करा ली गई परन्तु उन्हें बीमा कम्पनियों को जमा नहीं कराया जिससे कि किसान बीमा राशि से वंचित रह गये हैं इस प्रकार उनके साथ भी गबन किया गया है। पीड़ित किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं परन्तु शासन द्वारा अपराधियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
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