कोरोना ने देश, प्रदेश एवं शहर में एक बार फिर से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। पूर्व में हाॅट स्पाॅट के रूप में उभरे महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी कोरोना महामारी अपना रोद्र रूप फिर से दिखाने लगी है। भोपाल, इन्दौर में जहाॅं रात्रिकालीन कफ्र्यू की तैयारी की जा रही है वहीं जिन जिलों में 100 से अधिक केस आ रहे हैं वहाॅं पर भी रात्रिकालीन कफ्र्यू एवं लाॅकडाउन की भूमिका भी बनाई जाने लगी है।
शहर की बात करें तो विगत एक वर्ष में नागदा में 335 नागरिक संक्रमण की चपेट में आऐ जिनमें से लगभग एक दर्जन की मौत भी इस घातक बिमारी की चपेट में आने से हो गई। कोरोना के वर्तमान में बढते प्रभाव की स्थिति यह है कि शहर में 15 केस वर्तमान में पुनः एक्टीव स्थिति में है। जबकि बीते कुछ समय पूर्व यह आंकडा 0 भी हो गया था। लेकिन नागरिकों की महामारी के प्रति बरती जाने वाली लापरवाही संक्रमण के दायरे को एक बार फिर फैलाने लगी है। जिसका परिणाम आने वाले समय में शहर के नागरिकों को भूगतना पड सकता है।
कलेक्टर ने मास्क पहनने का आह्वान किया
कलेक्टर आशीषसिंह ने आमजन से आह्वान किया है कि वे बिना मास्क पहने भीड़भाड़ वाले एवं शहरी क्षेत्र में ना जाएं। साथ ही कोरोना से बचने के लिए सैनिटाइजर का उपयोग करें, मास्क पहने तथा परस्पर 2 गज की दूरी बनाकर रखें। उन्होंने कहा है कि कोरोना के लक्षण आने पर निकट के शासकीय अस्पताल में जाकर अपनी जांच करवाएं और संक्रमण से बचे। कलेक्टर ने कहा है कि मास्क नहीं पहनने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध स्पॉट फाइन की कार्रवाई तो की ही जाएगी साथ ही अस्थाई जेल भिजवाया जाएगा। इसलिए परेशानी से बचने के लिए मास्क पहनने के लिए कहा गया है।
इनका कहना है
कोरोना महामारी का दौर अभी समाप्त नहीं हुआ है। वर्तमान में 15 केस एक्टीव है। गत समय में 335 के लगभग नागरिक इस बिमारी हुए थे। कोरोना से बचाव हेतु फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने के साथ ही मास्क एवं सेनेटाईजर का उपयोग आवश्यक रूप से करना चाहिए।
डाॅ. कमल सोलंकी, ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर, नागदा
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