ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण पाया जाना अच्छे संकेत नहीं
शुक्रवार को कोरोना की जिला रिर्पोट में जो आंकडे सामने आऐ हैं वह काफी डराने वाले है। जिले में लगभग 85 संक्रमित पाऐ गए जिसमें से 9 नागदा के हैं। पाऐ गए संक्रमितों में बैरछा रोड, दुर्गापुरा, ग्रेसिम स्टाफ काॅलोनी, विद्यानगर, के शामिल है। सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के आंकडे डरा रहे है। रिर्पोट में ग्राम मोहिना एवं झिरन्या के ग्रामीण भी कोरोना के संक्रमण से ग्रसित पाऐ गए है। ऐसे में यदि संक्रमण ग्रामीण क्षेत्र में भी फैल रहा है तो यह प्रशासन के लिए चिंता की बात होगी। क्योंकि कोरोना पहली लहर में इतने मामले ग्रामीण के सामने नहीं आऐ थे जो वर्तमान में देखे जा रहे है।
प्रशासन की कार्रवाई अब न के बराबर
कोरोना की दुसरी लहर जहाॅं क्षेत्र में अपना असर दिखा रही है वहीं प्रशासनिक महकमा अभी भी इसे गंभीरता से लेता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। शहर में आज भी बडे आयोजन निरंतर हो रहे है जिसमें न तो सोश्यल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और ना ही मास्क आदि पहन कर नागरिक घुम रहे है। आलम यह है कि एक-दो दिन बस स्टेण्ड आदि पर प्रशासन की टीम दिखाई दी उसके बाद फिर वही ठाक के तीन पात। इतना ही नहीं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर भी पहले जैसी सख्ती दिखाई नहीं दे रही है। संपूर्ण बाजार पूर्णरूप से चालु है तथा किसी भी व्यवसायिक प्रतिष्ठान पर सेनेटाईजर आदि की व्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में संक्रमण का दायरा यदि और बढता है तो इसकी जिम्मेदारी आखिर किसकी होगी ?
अब तक पाॅंच हजार ने लगवाया टीका
कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग नागदा द्वारा सिविल हाॅस्पिटल एवं अन्य स्थानों पर बनाऐ गए टीकाकरण केन्द्रों पर शहर के लगभग 5000 नागरिकों ने अभी तक टीका लगवा लिया है। सबसे अच्छी बात यह है कि टीका लगवाने के बाद किसी को भी कोई परेशानी नहीं हुई है। हल्के बुखार के अलावा अन्य कोई साईड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। टीकाकरण अभियान सतत जारी है तथा अधिक से अधिक नागरिकों से टीका लगवाने की अपील भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है।
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एक सप्ताह में ही मिले बीस संक्रमित
चिंता का विषय क्षेत्र के लिए इसलिए भी है क्योंकि विगत एक सप्ताह में ही 20 संक्रमण के मामले क्षेत्र में आए है। जो की पूर्व के मुकाबले काफी अधिक है तथा तेजी से संक्रमण का दायरा बढ रहा है।
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