क्या है मामला
हमारे प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए क्षेत्र के कृषक भंवरसिंह डोडिया रतन्याखेडी, जीवनसिंह गुर्जर निपानिया, अर्जुनसिंह पंवार रतन्याखेडी एवं ईश्वरलाल आंजना रोहलकला ने बताया कि उनकी गेहूॅं की फसल पक कर तैयार हो चुकी है तथा फसल को काट लिया है। लेकिन समर्थन मुल्य पर सरकार द्वारा खरीदी प्रारंभ करने की तारीख को दो-दो बार बढा दिऐ जाने से उनके समक्ष अपनी उपज को सुरक्षित रखने का संकट खडा हो गया है। कृषकों का कहना है कि मौसम परिवर्तन के चलते कभी भी आलोवृष्टि अथवा बारिश आ सकती है। यदि ऐसा हुआ तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जाऐंगा। सभी ने बताया कि पूर्व में सरकार द्वारा 15 मार्च से समर्थन मुल्य पर खरीदी करने की तारीख घोषित की थी लेकिन बाद में उसे बढा कर 22 मार्च कर दिया। लेकिन एक बार पुनः सुनने में आया है कि उसे फिर से बढा दिया गया है। ऐसे में कृषकों को काफी परेशानी हो रही है। साथ ही जिन कृषकों को रूपयों की अत्यधिक आवश्यकता है वह व्यापारियों के यहाॅं 100-200 रूपये कम में अपनी उपज को बेचने को मजबूर हो रहे है। ऐसे में कृषकों को सरकार की लापरवाही का खामियाजा कम राशि प्राप्त कर उठाना पड रहा है।
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