विधायक गुर्जर एवं कांग्रेस नेता ने दी चेतावनी
यह चेतावनी देते हुए विधायक दिलीपसिंह गुर्जर व जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी ने कहा है कि क्षैत्र में अभी जल संकट की स्थिति निर्मित नहीं हुई है कृत्रिम जल संकट पैदा कर एक समय पेयजल वितरण करने का निर्णय राजनैतिक दबाववश किया जा रहा है और कारण यह बताया जा रहा है कि शहर में दोनो समय पेयजल वितरण में व्यर्थ पानी बहाने की शिकायत मिल रही है जबकि मातृ शक्ति व्यर्थ पानी नहीं बहाती है यदि कोई व्यक्ति पानी व्यर्थ बहाता है तो नगर पालिका के पास बहुत बडा अमला है उनके विरूद्ध कार्यवाही करें।
जनता पर पेयजल व्यर्थ बहाने के नपा के आरोप निराधार
नेताद्वय ने कहा है कि नागदा में अधिकांश क्षैत्रों में ट्युबवेल का पानी ही सप्लाई किया जाता है शहर में करीब 170 ट्युबवेल है जिसमें से 150 चालु है तथा 139 हेण्डपम्प है जिसमें 129 चालु है के माध्यम से जनता को पानी सप्लाई किया जाता है। पूर्व में करीब 1 घन्टा पेयजल सप्लाई किया जाता था वर्तमान में नगर पालिका द्वारा जो पेयजल सप्लाई किया जा रहा है वो बमुश्किल 20 से 25 मिनिट ही नागरिकों को दिया जा रहा है वहीं खारा व मटमैला पानी सप्लाई होने की शिकायतें नागरिकों द्वारा लगातार नगर पालिका को की जा रही है परंतु नगर पालिका अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हुए व्यर्थ पेयजल ढोलने का हस्यास्पद बहाना बनाकर नेताओं व उद्योगों के इशारे पर नगर पालिका एक समय जल प्रदाय करने का निर्णय ले रही है जो कि जनहित में नहीं है।
सत्ताधारी दल बडे लोगों के दबाव में एक समय पेयजल वितरण का निर्णय करवा रहा
भाजपा के चमत्कारी प्रतिनिधि मण्डल के उस दावों पर भी प्रश्न चिन्ह लगता है जिसमें उसने विगत दिनों नगर की जनता को यह विश्वास दिलाया था कि दोनो समय पेयजल सप्लाई यथावत जारी रहेेगा। दुसरी ओर वहीं भाजपा चन्द उद्योगों को खुश करने के लिए नगर पालिका प्रशासन पर एक समय जल प्रदाय करने का दबाव बना रही है भाजपा की यह दोहरी नीति और दोहरा मापदण्ड को हम जनता के बीच लेकर जाएगें।
जल आवर्धन योजना के तहत नागरिकों को अभी तक पेयजल कनेक्शन उपलब्ध नहीं कराये गए है और जहां पेयजल कनेक्शन दिए गए है वहां नवीन पाईप लाईन से सप्लाई शुरू नहीं की गई है और जल आवर्धन योजनान्तर्गत जिन क्षैत्रों में पेयजल सप्लाई शुरू भी की गई है वहां पर्याप्त दबाव का पेयजल उपलब्ध नहीं होने के कारण नागरिकों को परेशान होना पड रहा है।
जनहित के मुद्दों पर चुनी हुई परिषद ही करे निर्णय
नेताद्वय ने कहा कि नगर पालिका के अधिकारियों को सिर्फ स्वच्छता, सौन्दर्यीकरण और विकास पर ही अपना पूर्ण ध्यान केन्द्रीत करना चाहिए जनहित के मुद्दों पर चुनी हुई परिषद् को ही निर्णय लेने दें।
Post a Comment