Nagda(mpnews24)- आने वाला समय १८ मई तक करोना महामारी के लिये चुनौती पूर्ण है।विशाषाज्ञे कि माने तो उक्त बीमारी के पिक के दौरान बीस लगभग बीस प्रतिशत मरीजो कि व्रद्धि होगी।जिलाधीश आशीष सिंह से सामाजिक कार्यकर्ता अभय चोपड़ा ने मांग कि हे कि आनेवाली चुनोतियो का सामना करनेके लिये आक्सीजन जीवन रक्षकदवाईयो और प्रर्याप्त क्षमता के कोविड सेन्टर कि तैयारी रखने का अनुरोध किया है।
विज्ञप्ति में आगे यह भी बताया किकोविड-19 (Covid-19) को लेकर पूरी दुनिया में स्टडी और रिसर्च जारी है. जिसके तहत एक थ्योरी ये भी है कि पीक पर जाने के बाद स्थिति सामान्य होती है. यानी संक्रमण कम होने लगता है. इस बीच देश में देश के वैज्ञानिकों ने अपने गणितीय आकलन से दूसरी लहर की पीक पर आंकड़ा जारी किया है. आईआईटी के वैज्ञानिकों ने अपने गणितीय मॉडल के आधार पर अनुमान लगाया है कि भारत में महामारी की दूसरी लहर 14 से 18 मई के बीच चरम यानी पीक पर होगी. उस दौरान देश में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 38 से 48 लाख तक पहुंच सकती है. उसके बाद मई के अंत तक मामलों में तेजी से कमी आएगी. आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों और हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने एप्लाइड दसससेक्टिबल, अनडिटेक्ड, टेस्टड (पॉजिटिव) ऐंड रिमूव एप्रोच (सूत्र फॉर्मूला) मॉडल के आधार पर ये अनुमान लगाया है कि कोरोना के मामलों में कमी आने से पहले मध्य मई तक उपचाराधीन मरीजों की तादाद में 10 लाख की बढ़ोतरी हो सकती है. इसी तरह देश में रोजाना सामने आ रहे नए कोरोना मरीजों के आंकड़े की बात करे तो 4 से 8 मई के बीच ये तादाद 4.4 लाख हो सकती है.
उपरोक्तआकलनके अनुसार वर्तमान कमी को पूराकरते हुए नागदा शहर मे प्रर्याप्त मात्रा मे जीवन रक्षक दवाईया और आक्सीजन कि व्ययस्था किया जाना आवश्यक है।
नागदा के रोगियो कि संख्या को देखते हुए वर्तमान दोनो प्रस्तावित कोविड सेन्टर के बावजूदभी भारी कमी हो सकती है।अतः जनसेवा अस्पताल को भी अस्थायी कोविड सेन्टर के रूप मे तैयार २हने का निर्देश दिये जाने कि कृपा करे।प्रशासन कि निष्क्रियता से कई व्यक्तियो कि आक्सीजन और इलाज के अभाव मे जान जा चुकी है।और प्रशासन अगर समय २हते जागा नही तो पिक मे भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और जन हानि हो सकती है
Post a Comment