जैन समाज नागदा के इतिहास में सम्भवतः यह पहला अवसर होगा जब एक साथ 42 साध्वियों का सान्निध्य नागदा की पावन धरा को प्राप्त हुआ। सुरेन्द्र संचेती के महिदपुर रोड़ बायपास स्थित नवीन कॉम्पलैक्स पर कोविड सुरक्षा निर्देशों का पालन करते हुए समाजजनों ने हर्ष और उल्लास के साथ प्रमुखा श्रीजी की अगवानी की। भीलवाड़ा चातुर्मास के लिए अपने चरणों को गतिमान करते हुए 60 वर्ष के संयम पर्याय को पार करने वाली साध्वी प्रमुखा श्रीजी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में क्रोध पर नियंत्रण हेतु उपदेश प्रदान किया।
इस अवसर पर प्रकाश जैन सांवेर वाले, राजेन्द्र कांठेड़, अभय चपलोत, प्रकाश चपलोत, अशोक चपलोत, धर्मेन्द्र बंम, अशोक मोन्नत, नंदलाल बोथरा, देवचंद गोलछा, सुनील सकलेचा, राजेश सकलेचा, नरेन्द्र संचेती, मुकेश धोका, पारस पोखरना, मनोज वागरेचा, निर्मल चपलोत, राजेश मेहता, आदि अनेक श्रद्धालुओं ने सोश्यल डिस्टैंसिंग का पूर्णतः पालन करते हुए दर्शन सेवा का लाभ लिया।
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