नागदा - मनुष्य को बचपन से ही संस्कारित करना आवश्यक



Nagda(mpnews24)।  स्थानकवासी जैन समाज के मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुड़ावनवाला ने बताया कि महावीर भवर में श्री जयघोशमुनीजी ने कहा कि जब मनुष्य दुनिया में आता है तब उसके सर्वप्रथम गुरू माता-पिता होते है। बच्चे को जो बचपन में संस्कार दिये जाते है वह उसके जीवन पर्यन्त काम में आते है। यहि भावना उसको सबके साथ सम्मान आदर इज्जत की शिक्षा प्रदान करता है। महासतिजी जयश्रीजी ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन के निर्माण में जाप एवं पुण्य दोनो को समझता हे और अपने दोनो भवों का सुधार कर लेता है।
धर्मसभा में प्रमुख रूप से प्रकाशचन्द्र बुडावनवाला, सुरेन्द्र पीतलिया, सुभाष छोरिया, नरेश ओरा, गंभीरमल पावेचा, नवीन तरवेचा, महेन्द्र बाफना आदि उपस्थित थे। संचालन राजेन्द्र कांठेड ने किया एवं आभार समाज के अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र सांवेरवाला ने माना। धार्मिक प्रभावना का लाभ श्री अशोक जी लक्ष्मीनारायणजी राठौड़ ने लिया।
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