क्या है मामला
मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार रतलाम रेल मण्डल कार्यालय द्वारा कोराना महामारी के दौरान क्षेत्र में चलने वाली सभी लोकल यात्री गाडियों को संक्रमण के खतरे के चलते बंद कर दिया गया था। कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद भी चंद यात्री गाडियों को ही पुनः प्रारंभ किया गया है वह भी दुगने-तिगने किराये के साथ। आलम यह है कि रतलाम से उज्जैन चलने वाली यात्री गाडी 09383 मेमो यात्री गाडी का किराया भी नागदा से उज्जैन का 35 रूपये एवं नागदा से रतलाम का 30 रूपये वसुला जा रहा है तथा अन्य लोकल यात्री गाडियों का किराया भी इसी मान से लिया जा रहा है। इसी प्रकार नागदा से कोटा चलने वाली इंटरसीटी जो कि पूर्व में मेला गाडी के नाम से चला करती थी उसे भी अनारक्षित के स्थान पर आरक्षित कर दिया गया जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है तथा किराया भी 35 से बढाकर 85-100 रूपये कर दिया गया है। कोरोना महामारी में यात्रीयों पर रेल प्रशासन द्वारा गहरा आघात किया जा रहा है।
इनका कहना है
महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड दी है। डीजल, पेट्रोल, खाद्य सामग्री के दाम वर्तमान में आसमान छू रहे है। भाजपा नेताओं को पूर्व में 1-2 रूपये की बढोत्री भी महंगाई लगती थी आज इतनी महंगाई को वह देशहित में बता रहे है। भाजपा सरकार में आम आदमी का जीना दुभर हो चुका है। लोकल यात्री गाडियों में आम आदमी यात्रा करता है ऐसे में कोविड के नाम पर रेल प्रशासन को यात्रियों से लूट बंद करना चाहिए।
सुबोध स्वामी, अध्यक्ष, जिला कांग्रेस
मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार रतलाम रेल मण्डल कार्यालय द्वारा कोराना महामारी के दौरान क्षेत्र में चलने वाली सभी लोकल यात्री गाडियों को संक्रमण के खतरे के चलते बंद कर दिया गया था। कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद भी चंद यात्री गाडियों को ही पुनः प्रारंभ किया गया है वह भी दुगने-तिगने किराये के साथ। आलम यह है कि रतलाम से उज्जैन चलने वाली यात्री गाडी 09383 मेमो यात्री गाडी का किराया भी नागदा से उज्जैन का 35 रूपये एवं नागदा से रतलाम का 30 रूपये वसुला जा रहा है तथा अन्य लोकल यात्री गाडियों का किराया भी इसी मान से लिया जा रहा है। इसी प्रकार नागदा से कोटा चलने वाली इंटरसीटी जो कि पूर्व में मेला गाडी के नाम से चला करती थी उसे भी अनारक्षित के स्थान पर आरक्षित कर दिया गया जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है तथा किराया भी 35 से बढाकर 85-100 रूपये कर दिया गया है। कोरोना महामारी में यात्रीयों पर रेल प्रशासन द्वारा गहरा आघात किया जा रहा है।
इनका कहना है
महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड दी है। डीजल, पेट्रोल, खाद्य सामग्री के दाम वर्तमान में आसमान छू रहे है। भाजपा नेताओं को पूर्व में 1-2 रूपये की बढोत्री भी महंगाई लगती थी आज इतनी महंगाई को वह देशहित में बता रहे है। भाजपा सरकार में आम आदमी का जीना दुभर हो चुका है। लोकल यात्री गाडियों में आम आदमी यात्रा करता है ऐसे में कोविड के नाम पर रेल प्रशासन को यात्रियों से लूट बंद करना चाहिए।
सुबोध स्वामी, अध्यक्ष, जिला कांग्रेस
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