नागदा जं.-ग्रेसिम केमिकल डिविजन में मनाया गया 75वां स्थापना दिवस आदित्य बिड़ला ग्रुप का देश की समृद्धि में अपना एक विशिष्ठ स्थान - श्री तिवारी

MP NEWS24- किसी भी देश की प्रगति उस देश के समग्र उत्पादन पर निर्भर करती है। उपयोग में आने वाले उत्पादनों को वह देश स्वयं बनाता है या दूसरों पर निर्भर रहता है यह उंसके मूल्यांकन का मुख्य आधार होता है। आर्थिक प्रगति उधोगो से आती है यह बात अटल सत्य है।विकासशील ओर विकसित देशों में यह एक अंतर साफ दिखाई देता है।  

देश के आजादी के साथ साथ उस देश की आत्मनिर्भरता उसे आगे बढ़ाती है। यह बात श्रीयुत घनश्याम दास बिरला से ज्यादा कौन समझ पाया। 15अगस्त 1947 को देश को आजादी मिली ओर 25 अगस्त 1947 को देश मे महत्वपूर्ण उद्योग ग्रेसीम की स्थापना की गई। देश की आजादी को 75 साल पूर्ण हुए इसी के साथ देश की आर्थिक प्रगति में भागीदारी निभाते हुए ग्रेसीम को भी 75 वर्ष हो गए। यह अमृत महोत्सव है। समुद्र मंथन के पश्चात बड़ी कठिनाइयों से अमृत की प्राप्ति हुई थी, इसी प्रकार आजादी के लिए शहीदो ने जीवन दाव पर लगाया और आर्थिक विकास के लिए  महान आदर्शशाली उद्योगपतियों ने अपना सर्वस्व दाव पर लगा दिया।दोनो का ध्येय देशसेवा ही था।
केमिकल डिविजन में उल्लास के साथ मनाया स्थापना दिवस
25 अगस्त 2021 को अपनी 75 स्थापना दिवस को ग्रेसीम केमिकल डिवीजन ने बड़ी उल्लास ओर उत्साह से मनाया । ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो हर कर्मचारी अपने आपको इसका हिस्सा मानकर गौरव महसूस करके उत्सव मना रहा हो। इस अवसर में इकाई प्रमुख ने सभी कर्मचारियों को बधाई प्रेषित की। हर विभाग ने अलग अलग केक काटने का आयोजन किया। मिठाईयां वितरित की गई।
शाम को उल्लाहस पूर्ण वातावरण में कर्मचारियों ने 75 की आकृति का निर्माण किया और आसमान में विभिन्न रंगों के गुब्बारे छोड़े गए। सारा आसमान रंगों से सरोबार हो गया। ऐसा प्रतीत होता था मानो आत्मनिर्भर भारत की सफलता में गगन  भी सम्मिलीत हो गया हो। जगह जगह 75 स्थापना दिवस के कटआउट लागये गए थे जहॉ कर्मचारियों बड़े ही गर्व से सेल्फी लेते रहे।
इकाई प्रमुख श्री तिवारी ने कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आदित्य बिड़ला ग्रुप का देश की समृद्धि में अपना एक विशिष्ठ स्थान है। हम स्थापित मूल्यो के सवंर्धन ओर सरंक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे मूल्य राष्ट्र निर्माण और व्यक्ति निर्माण दोनो के लिए एक समान है। इन मूल्यो के साथ साथ लगातार अपने उद्योग को आगे बढ़ाते चलेंगे ओर पूर्ण आत्मनिर्भर भारत का सपना सच करँगे। श्रीयुत आदित्य बिरला हमेशा कह्ते थे छोटी छोटी बातों से पूर्णता आती और पूर्णता कोई छोटी बात नही। हम सब मिलकर कंधे से कंधा मिलाकर इस स्थापना दिवस पर संकल्प ले कि हम राष्ट्र निर्माण में कोई कसर बाकी नही रखेंगे। इस अवसर के यादगार बनाने के लिए श्री तिवारी द्वारा पोधोरोपन भी किया गया।
उत्सव में उद्योग के इकाई प्रमुख श्री तिवारी, वीके अवस्थी, अरुण दुबे, दिनकर लाहोटी, वीके मिश्रा, सागर खड्डा, राजीव दुबे, मनोज अग्रवाल, डीके शर्मा, केपी मुरली, विजय अजमेरा, एसपी सचान, विजय पारिख, संजय अबरोल, शैलेश चोहान, रविन्द्रसिंह, अजय नागर, श्रीमती अस्मिता बाज, किरण दीवानी, राजेन्द्र गुप्ता, जवाहरलाल मिश्रा, चंदन पति, मुकेश कटारिया, एमपी पुजारी, आशीष सिंह, सिद्धार्थ परमार, सुश्री राजश्री गनेरीवाला, सुश्री एकता पाल, सुश्री प्रज्ञा डांगर, मनोज लाठी, राजेश अचेरा, श्रीमती बबिता जाट, संजीव सेंगर, बीएस चोहान, सुरेश खंडेलवाल, महेश चौधरी, जितेंद्र चौहान, वीश्वास राठी, श्रीमती शेला जैन इत्यादि अधिकारी, यूनियन के सारे पदाधिकारी आनन्द दीक्षित, प्रहलाद शर्मा, जितेन्द्र रघुवंशी, सत्यनारायण शर्मा, भजन सिंह, हरीश रघुवंशी आदि मौजूद रहे।
स्वतंत्र भारत की पहली कंपनियों में शुमार है ग्रेसिम
स्वतंत्रत भारत की पहली कंपनियों में से एक ग्रेसीम इंडस्ट्रीज लिमिटेड मध्य प्रदेश के नागदा में स्थापित की गई। यह तारीख आद्योगिक क्रांति में मिल का पत्थर साबित हुई। यही से मध्यप्रदेश और नागदा का पुनःअभ्युदय हुआ है। आज जब इस इकाई के 75 वर्ष पूर्ण हुए है इसकी ओर एक नजर डाले तो देखेंगे कि नागदा ही नही वरण मध्यप्रदेश को विकसित करने में इस उधोग का बड़ा महत्वपूर्ण स्थान है। विश्व मे आज रेयान ओर केमिकल उत्पादो के लिए यह उधोग अपनी पहचान रखता है। उद्योग ने न केवल उत्पादन किया वरण शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कार्य किये। अच्छे शैक्षणिक संस्थान ,उच्च कोटि का चिकित्सालय गुणवत्ता पूर्ण जीवन जीने के लिए एक मजबूत बुनियादी ढांचा नागदा को दिया। नागदा को बदलने में ग्रेसीम की भूमिका को सदैव याद रखा जाएगा।

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