MP NEWS24- महासति पूज्य श्री पुण्यशिलाजी ने कहा कि लौकिक व्यवहार में नफरत बैर को जन्म देता है और यह हमको एवं सम्पूर्ण परिवार को दीर्घकाल तक तकलीफ दुःख दर्द का कारण बन जाता है अतः हमको प्रत्येक कार्य नफरत की भावना से नहीं करना चाहिये वहीं गुस्सा क्रोध, तनाव, टेंशन एवं डिप्रेशन हमको हिंसा पर उतारकर हम अनर्थ कर बैठते है और हम उग्रवादी बन जाते है। इसका परिणाम काफी दुःखद होता है। मानव भगवान की बात जानना आता है लेकिन मानता नहीं । लेकिन जैसे करोड़ो भारतीयों ने एक ही व्यक्ति मोदीजी ने नोटबन्दी की तो सभी ने उनकी बात मानी। भगवान की वाणी मानने वाला कभी असफल नहीं होता। साध्वी नेहप्रभाजी ने कहा कि यदि आप मन को मजबुत कर लेते है तो सफलता आपके सामने स्वागत के लिये तैयार खड़ी है।मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड़ एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि भोजनशाला में सेवा देने वालो का ईश्वरसिंह रतन्याखेड़ीवाले, लालाजी व्यास एवं भेरूदास बैरागी का सम्मान किया गया। श्रीमती शान्ताबहन सुनील वौरा के 20 उपवास एवं श्रीमती निर्मला चण्डालिया के 26 उपवास की तपस्या चल रही है। धार्मिक प्रभावना श्रीसंघ रतन्यायाखेड़ी वालो ने वितरीत की। अतिथि सत्कार के लाभ राजेन्द्र, मनीष, हितेश कांठेड़ ने लिया। आभार श्रीसंघ अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र जैन सांवेरवाला ने माना। प्रवचन में सन्तोष चपलोत, सतीश जैन सांवेरवाला, मनोज चपलोत, प्रकाश जैन मावावाला, रजनेश भटेवरा, वर्धमानजी धोका, सुनिल पितलीया, सन्तोष कोलन, किशोर राठौड, राजेश चोपडा, निर्मल दलाल, सुरेन्द्र भटेवरा एवं गणेशीलाल उपस्थित थे।
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