MP NEWS24- चातुर्मास हेतु नागदा में विराजित मुनिश्री चन्द्रयशविजयजी मसा एवं मुनिश्री जिनभद्रविजयजी मसा की निश्रा में पहली बार सैकडों जैन समाज के साधकों द्वारा कठिन तपस्या उपवास के रूप में की है। जैन मुनीश्री के निश्रा में 100 से अधिक साधकों द्वारा सिद्धी तप की तपस्या की गई है, साथ ही अन्य उपवास जिसमें अठ्ठई, पॉंच उपवास, तीन उपवास एवं एक उपवास करने वाले साधकों का भी एक साथ पारणा आज एक भव्य आयोजन के दौरान किया जाऐगा। इस हेतु स्थानिय चातुर्मास समिति द्वारा व्यापक तैयारियॉं की गई है। रतन्याखेडी मार्ग पर 100 बाय 150 का एक बडा पांडाल लगाया गया है जिसमें तपस्या करने वाले सभी साधकों का एक साथ पारणा होगा। चातुर्मास समिति के सूत्रों का कहना है कि रविवार को होने वाले इस बडे आयोजन में विभिन्न प्रदेशों से जैन समाज के नागरिक भी सम्मिलित होंगे। रतन्याखेडी मार्ग पर होने वाले इस बडे आयोजन में 10 हजार के लगभग समाजजनों के एकत्रित होने की संभावना व्यक्त की गई है।इस वर्ष हुई सबसे अधिक तपस्या
पार्श्वप्रधान पाठशाला में विराजित मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी आदि ठाणा 2 एवं महावीर भवन स्थानक में विराजित साध्वी श्री पुण्यशिलाजी आदि ठाणा 7 की प्रेरणा से इस वर्ष चातुर्मास के दौरान जैन समाज में ऐतिहासिक तपस्या करने का सिलसिला प्रारम्भ हुआ था जिसका पारणा आज रविवार को होना है। शायद पिछले किसी भी चातुर्मास में इतनी तपस्या नहीं हुई जितनी इस चातुर्मास में की गई। साधु-साध्वी की प्रेरणा से जहां एक ओर पार्श्वप्रधान पाठशाला में 101 सिद्धीतप तपस्या चल रही है वहीं महावीर भवन स्थानक में 6 सिद्धीतप तपस्या चल रही है। इस सिद्धीतप तपस्या में देखने लायक बात यह रही कि अक्सर बड़े या बुजुर्ग ही तपस्या में संलग्न होते थे। लेकिन इस बार चातुर्मास में कम उम्र के बालक-बालिकाएं तपस्या से जुड़े जो जैन समाज के लिये गौरव का विषय रहा।
एक सिद्धीतप करने वाले तपस्वी को 50 मेहमान बुलाने की अनुमती
चातुर्मास समिति के सूत्रों का कहना है कि सिद्धी तप एक बहुत ही कठिन तप होता है। सिद्धी तप करने वाले 100 से अधिक साधकों द्वारा कई दिनों तक गर्म जल को ठंडा कर उसके सेवन मात्र से ही इतनी बडी तपस्या की है। बताया जाता है कि जल को भी एक निश्चित समय तक ही ग्रहण किया जा सकता है। इस कठिन तपस्या को करने वाले साधकों को पारणे के दौरान 50 मेहमान बुलाने की अनुमती चातुर्मास समिति ने दी है। बताया जाता है कि इसके अलावा अन्य उपवास करने वाले भी सैकडों तपस्वी हैं जिनके परिजन एवं मेहमान इस बडे आयोजन में सम्मिलित होंगे। अनुमान के मुताबिक आज होने वाले इस बडे आयोजन में 10 हजार से अधिक नागरिक धर्मलाभ लेंगे।
विभिन्न प्रदेशों से आऐंगे मेहमान
बताया जाता है कि रविवार को होने वाले इस बडे आयोजन में गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, बडौदा एवं अन्य शहरों के अलावा मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों, राजस्थान के कोटा, जयपुर, उदयपुर, दिल्ली, के अलावा अन्य प्रदेशों से भी सैकडों की संख्या में मेहमान एकत्रित होंगे। जो यहॉं आयोजित पारणे के बडे आयोजन में सम्मिलित होंगे। आज होने वाले आयोजन को लेकर शहर के जैन समाज में काफी उत्साह का माहोल है।
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