MP NEWS24- मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री स्वरूपनारायण चतुर्वेदी ने पत्र लिखकर मांग की है कि वैश्विक महामारी कोविड से प्रदेश के हजारों कर्मचारी/शिक्षक काल के गाल में समा गए है। शासन स्तर पर अनुकम्पा नियुक्ति तत्काल देने की ताबडतोड घोषणा तो ढाढंस बंधाने के लिए कर दी जाती है लेकिन धरातल पर घोषणा का सख्ती से पालन नहीं होने से मृतक कर्मचारी के आश्रित अनुकम्पा नियुक्ति के लिए दर-दर की ढोकरे खाने को मजबुर हो रहे है।श्री चतुर्वेदी ने अनुरोध किया है कि सेवा में रहते कर्मचारी की किसी कारण मृत्यु हुई हो तो अनुकम्पा यानी दया शासन की जिम्मेदारी होती है कि उस मृतक परिवार के भरण पोषण आदि की व्यवस्था करना होती है तो फिस ऐसे प्रकरणों पर सरलतम त्वरित कार्यवाही की बजाय दुनियाभर की जटिल प्रक्रिया क्यों ?
श्री चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि इस तरह की नियुक्तियों में परिवार के आश्रित सदस्य का बीएड-डीएड जैसे प्रशिक्षण की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए क्योकि शासकीय कर्मचारी को यह थोडा मालूम था कि सेवा में रहते हुए ही मृत्यु हो जाएगी तो अनुकम्पा नियुक्ति तो मानवीय आधार पर दयाभाव से तत्काल देनी चाहिए शासन स्तर पर ऐसी नियुक्ति का सरलीकरण कर सबको तत्काल नियुक्ति मिले ऐसी व्यवस्था करें तो उचित होगा।
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