MP NEWS24- महासति श्री पुण्यशिलाजी ने पर्युषण महापर्व पर भक्तो से कहा कि जब बच्चा गर्भ में आता है तब माता जो भी विचार करती है, जिस प्रकार का भी भजन का श्रवण करती है उसके पाजीटीव-नेगेटिव विचार सभी का प्रभाव गर्भ में पल रहे कोमल मन एवं दिमाग पर पड़ता है एवं उसकी मानसिकता भी वैसी ही बनती जाती है। इसका प्रभाव जीवन के अन्तिम क्षणों तक रहता है। अच्छे संस्कार पाने वाला ही महापुरूष एवं तिर्थंकर बन सकता है। जीवन को बनाना एवं बिगाड़ना आपके हाथों में ही है।मीडिया प्रभारी महेन्द्र कांठेड एवं नितिन बुडावनवाला ने बताया कि महावीर भवन में श्रीमती संगीता सुनील सकलेचा एवं उमेश शशांक दलाल द्वारा चौबीसी का आयोजन किया गया। 8 उपवास वाले तपस्वियो का बहुमान देवेन्द्र कांठेड एवं 3 उपवास वाले का प्रेमचन्द बोहरा द्वारा सम्मान किया गया। जाप की प्रभावना लुणावत परिवार सांवेरवाला एवं संगीता राजेश दलाल द्वारा वितरीत की गई। प्रवचन की प्रभावना का लाभ चन्द्रशेखर आशीष खिंदावत जैन ने लिया।
संचालन राजेन्द्र कांठेड़ ने किया एवं आभार श्रीसंघ एवं चातुर्मास अध्यक्ष प्रकाशचन्द्रजी जैन सांवेरवाला एवं सुनीलजी वौरा ने माना।
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