MP NEWS24- विगत 10 माह में 60 से अधिक नागरिकों द्वारा किसी ने किसी कारण से अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लेने के लिए आखिर क्या कारण रहे हैं इस बात की जांच किए जाने हेतु नागरिक अधिकार मंच सामने आया है। मंच के पदाधिकारियों ने मंगलवार को एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी आशुतोष गोस्वामी को सौंपा है।मण्डी एवं बिरलाग्राम थाने में दर्ज हुए 90 मर्ग
प्रेषित ज्ञापन में मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि नगर में पिछले 10 माह में लगभग 90 मर्ग दोनो थाना क्षेत्रो में कायम हुवे जिससे से लगभग 60 आत्महत्या के प्रकरण है। पिछले 7 दिनांे में नागदा में 9 आत्महत्या के केस हुये जिसमें अधिकतर युवा है। इन लगातार आत्यहत्याओ के चलते किसी गंभीर आंतक, नशा एवं अन्य आपराधिक तथ्य कारण हो सकता है। पुलिस प्रशासन द्वारा इतनी बडी संख्या में हुई आत्महत्याओ के चलते मर्ग कायम किये किंतु इतनी ज्यादा आत्महत्या का एकसाथ होना चिंता का विषय हैं, जिसकी कि प्रशासन के द्वारा उच्च स्तरीर जांच करवाकर समाधान करवाने का प्रयास नही किया गया।
एसटीएफ से कराई जाऐ जांच
नागरिक अधिकार मंच ने प्रशासन से मांग कि की शासन की उच्च अधिकार प्राप्त एजेन्सी एसटीएफ से उक्त सभी मामलों की जांच करवाकर विश्लेषण किया जावे और नागरिको को आत्महत्या नही करने के लिये संरक्षण प्रदान किया जाकर सुदखोरो एवं नशे का कारोबार चलाने वाले के विरूद्ध कार्यवाही की जावे। आम नागरिको में इस तरह की चर्चा है कि इस आत्महत्या का कारण बढ़ते नशे के अवैध कारोबार, भारी ब्याज पर लिये गये पैसे की आंतकपूर्ण वसूली, नशा नही मिलने के अवसाद में आत्महत्या, बेरोजगारी, साथ ही मानसिक दबाव प्रमुख हो सकते हैं। जिसकी कि उच्च स्तरीय जांच करवाकर शीघ्रताशीघ्र कानुनी कार्यवाही की जावे। इतनी बडी संख्या को देखते हुए नागदा में विशेष पुलिस बल की स्थापना अपराधो के रोकथाम के लिये अत्यावश्यक है। ज्ञापन प्रेषित करते समय मंच के संयोजक अभय चोपड़ा, संरक्षक शेलेन्द्रसिंह चौहान एड़वोकेट, विनोद रघुवंशी एड़वोकेट़, प्रितेश गुर्जर, दिपक पाटीदार, राजेन्द्र कोठारी, रवि कुमावत, भावेशसिंह चौहान उपस्थित थे।
9 दिनों में यहां आत्महत्याएं
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2021 में जनवरी माह से अब तक जनवरी में 8, फरवरी में 7, मार्च 4, अप्रैल 7, मई 3, जून 10, जुलाई 6, अगस्त 11, सितंबर 6, अक्टूबर (25 अक्टूबर तक) 9 मामले सामने आऐ हैं।
Post a Comment