MP NEWS24- प्रतिवर्षानुसार हिन्दी प्रचार सेवा समिति द्वारा हिन्दी पखवाड़े में आयोजित की जाने वाली हिन्दी महारानी काव्य गोष्ठी का आयोजन इस बार भी मंत्रणा साहित्यिक संस्था के फलक तले श्री विश्वकर्मा मंदिर प्रांगण में कैलाश सनोलिया की अध्यक्षता व मंत्रणा साहित्यिक संस्था के अध्यक्ष राजेन्द्र कांठेड के मुख्यातिथ्य व प्रेमसिंह रघुवंशी के विशेष आतिथ्य में सम्पन्न हुई।डॉ. पं. लक्ष्मीनारायण सत्यार्थी ने बताया कि गोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा माँ शारदे के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन से हुआ। सरस्वती वंदना की सरस प्रस्तुति युवा कवि धर्मेन्द्र बम द्वारा की गई। पश्चात् सुन्दरलाल उपाध्याय ‘कोकिल‘ द्वारा गौमाता की वेदना का चित्रण करते हुए करूण रस छलकाया। मदन मस्ताना ने देश की राजनीति पर कटाक्ष किया। सुरेश रघुवंशी ने राधा कृष्ण की रासलीला पर भक्ति गीत की प्रस्तुति दी। कमलेश शुक्ला ने संगीत सुर साधना पर सधा कृष्ण आव्हान गीत सुनाया। सुन्दरलाल जोशी ‘सूरज‘ ने ईश्वर शरणागति पर भक्ति रस में डूबा गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कमलेश दवे ‘सहज‘ ने मानवता की चर्चा करते हूए नैतिक गुण युक्त गीत की प्रस्तुति पर बहुत दाद बटोरी। रामअवतारजी शर्मा ने वीर रस की प्रस्तुति से नारी गौरव व द्रौपदी चीर हरण पर काव्य पाठ कर सबका मन मोह लिया। राजेन्द्र कांठेड़ ने अपनी चिर-परिचित शैली में समाज हित चिंतन परोसा। भागवत कथा वाचक दीपक रावल ने भी राधाकृष्ण महिमा गीत गाया। आर. सी. विश्वकर्मा ने भी अपनी बात रखी।
काव्यमयी सफल संचालन करते हुए मालवी के सशक्त हस्ताक्षर डॉ. पं. लक्ष्मीनरायण सत्यार्थी ने गाय की पीड़ा का चित्रण करते हुए शिक्षाप्रद मालवी गीत की प्रस्तुति दे बहुत वाहवाही लूटी। अंत में श्री सनोलिया ने उत्तराखंड यात्रा का चित्रण करते हुए देव भूमि में मांगी मन्नत कलम की शक्ति वाला गीत परोसा। अंत में आभार सुंदरलाल जोशी ‘सूरज‘ ने माना। अतिथियों का स्वागत आर.सी. विश्वकर्मा, ओमप्रकाश कड़लुआ, विनोद शर्मा, मोहन शर्मा, राजु शर्मा, अंकित गुर्जर, विमल वर्मा, कमल शुक्ला, आर. पी. जायसवाल एवं मनोज लोहार ने किया।
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