MP NEWS24- नो दिवसीय शारदेय नवरात्रि पर्व का आरंभ गुरूवार से हो गया है। सुबह से ही माताजी की प्रतिमाओं को लाऐ जाने का क्रम प्रारंभ हो गया था। बैण्ड-बाजों एवं ढोल-ढमाकों, डीजे साउण्ड की धुनों पर माताजी की प्रतिमाओं को पाण्डाल तक लाया गया तथा शुभ मुहुर्त में विधि-विधान के साथ माताजी की प्रतिमाओं की स्थापना की गई। कोरोना गाईड लाईन के चलते इस वर्ष भी प्रतियोगिता वाले गरबों को प्रतिबंधित किया गया है। जिन स्थानों पर माताजी की प्रतिमाओं को विराजित किया गया है वहॉं सिमित संख्या में रात्रि 10 बजे तक नन्ही-नन्हीं बालिकाओं द्वारा गरबों की प्रस्तुती दी जाऐगी।इन स्थानों पर होंगे आयोजन
शहर में दीनदयाल चौक, किरण टॉकिज चौराहा, पाडल्या रोड, चंबल मार्ग, बस स्टेण्ड, गर्वमेंट कॉलोनी आदि स्थानों पर घटस्थापना की गई है। श्री सार्वजनिक नवदुर्गा महोत्सव समिति पाल्या रोड पर समिति द्वारा इस वर्ष नवरात्रि पर्व पर भव्य श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें परमपुज्य साध्वी हेमलता दीदी सरकार द्वारा 9 दिनों तक श्रृद्धालुओं को कथा का श्रवण करवाया जाऐगा। इस अवसर पर गुरूवार की सुबह कलश यात्रा निकाली गई जिसमें महिलाऐं सीर पर कलश लिए चल रही थी, वहीं परम पूज्यनिया सांध्वी हेमलता दीदी बग्गी में विराजित थी। कलश यात्रा के साथ ही मॉं दुर्गा की प्रतिमा भी कथा स्थल तक लाई गई। पाडल्या रोड पर आयोजन समिति के घनश्याम सांवरिया, नितिन जैन, सुनिल गायकवाड, कालु बैरागी, नरेन्द्र कोठारी, सुनील चौहान, प्रकाश राठौड, सोनु श्रीवास्तव, पानसिंह बघेल, सत्यनारायण चौहान, राजू पांचाल आदि ने आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।
विश्व युवा मण्डल ने की आकर्षक सजावट
परम्परागत रूप से किरण टॉकिज चौराहे पर विश्व युवा मण्डल व कोमल धाकड स्मृति मंच द्वारा मॉं दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना कर आकर्षक गरबों की प्रस्तुती दी जाती है। इस वर्ष कोविड प्रोटोकॉल के चलते महिलाओं एवं बालिकाओं द्वारा पारम्परित गरबों की प्रस्तुती दी जाऐगी। स्वतंत्रता के 75वें अमृत महोत्सव के तहत यहॉं पर देशभक्ति से ओतप्रोत पांडाल की साज-सज्जा की गई है जिसमें भारत द्वार के साथ अमर जवान ज्योति की प्रतिकृति बनाई गई है, तथा महापुरूषों की तस्वीरें एवं शहर के तीन अमर शहीदों की तस्वीरें भी लगाई गई है। मण्डल द्वारा प्रतिदिन कोरोना योद्धाओं का सम्मान भी किया जाऐगा।
चंबल का जल स्तर उतरा
नवरात्रि पर्व में चंबल तट स्थित मॉं चामुण्डा के मंदिर में श्रृद्धालुओं का सैलाब प्रतिवर्ष उमडता है। इस वर्ष असमय वर्षा के चलते चंबल का जलस्तर अभी भी काफी बढा हुआ है तथा मॉं चामुण्डा का मंदिर भी जलमग्न है। नवरात्रि के पहले दिन मंदिर के ओटले से होकर जल बह रहा था। शाम होते-होते जलस्तर काफी कम हो गया था। मंदिर के पुजारी ने बताया कि शुक्रवार से मॉं चामुण्डा के दर्शन का लाभ श्रृद्धालु प्राप्त कर सकेंगे।
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