नागदा जं.-शिक्षक समाज का दर्पण और शिक्षा रूपी नाव का पतवार होता है- श्री चतुवेदी

MP NEWS24- शिक्षक यानी जो बंद दिमाग को रोशन कर दे अज्ञानता को प्रतिमा के सूरज में बदल दे जीवन भले ही ईश्वर देता है मगर जीना तो शिक्षक ही सिखाता है। शिक्षक तो समाज का दर्पण और शिक्षा रूपी नाव  का पतवार होता है। उक्त विचार ठिकाना मोकडी में ग्रामीणो द्वारा आयोजित नाथुराम परमार प्रधाना अध्यापक की सेवानिवृति के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में म.प्र. शिक्षक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव स्वरूपनारायण चतुर्वेदी ने व्यक्त किए।

श्री चतुर्वेदी ने कहा कि शिक्षक तो छात्र कुंज का माली होता है समर्पित शिक्षक ही अपने शिष्यो को संस्कारों से सवारता है। अध्यक्षिय उदबोधन में देवसेना के जिला अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह गुर्जर ने कहा कि शिक्षक का सम्मान राष्ट्र का सम्मान शिक्षक वह शक्ति है जो अपने ज्ञान से शिष्यों को संस्कारित करता है।
सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। सेवानिवृत्त श्री परमार का ग्रामीणजनों द्वारा शाल, श्रीफल व साफा बांधकर भव्य स्वागत किया तथा बेण्ड बाजे के साथ बग्गी में बैठकर जुलुस निकाला गया।
इस अवसर पर सरपंच विरेन्द्रसिंह गुर्जर, जगदीश परमार, प्रभुलाल वाक्तरिया, चौनसिंह गुर्जर, जगन्नाथसिंह, पवनसिंह गुर्जर, अशोक टेलर, शंकर ररोतिया, बहादुर सिंह, भुवान टेलर, दुलेसिंह, मांगूसिंह, हिरालाल पाटीदार, गोकुलसिंह, कमलसिंह, पूर्व सरपंच मांगुसिंह, राजेन्द्र दमामी, बबलू दमामी, रामेश्वर पण्डित, प्रकाश पाटीदार, बालुसिंह, काला दमामी, रामचन्द्र ररोतिया, सीताराम सहित बडी संख्या में छात्र व ग्रामीणजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचान जगदीश अटोलिया तथा आभार जीवनसिंह आंजना ने माना।

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