MP NEWS24-शासन द्वारा ग्रामीण आबादी सम्पत्ति सर्वेक्षण अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वे किया जा रहा है। इसी के तहत मंगलवार को नागदा अनुभाग में उक्त सर्वे कार्य का आरंभ किया गया। अभियान अन्तर्गत सर्वप्रथम उन्हेल ग्रामीण अंतर्गत आरोलिया जस्सा एवं जियाजीगढ़ में ड्रोन के माध्यम से आबादी का सर्वे किया गया, जिसमें भारत सरकार के जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से अधिकारी बाला राजू, एसडीएम नागदा आशुतोष गोस्वामी, तहसीलदार आशीष खरे, अपर तहसीलदार उन्हेल, उक्त दोनों ही गांव के सरपंच सचिव एवं राजस्व विभाग ग्रामीण जनपद विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के आधार पर निर्धारित समय सीमा में निर्धारित मार्ग पर उड़ान भरते हुए ड्रोन द्वारा उक्त दोनों ग्रामों की आबादी के विभिन्न कोणों से चित्र खींचे गए। उक्त चित्रों के आधार पर उक्त ग्रामों की आबादी का विस्तृत नक्शा तैयार किया जा सकेगा।
राजस्व विभाग के माध्यम से हो रहा सर्वे
आपकी सम्पत्ति के अधिकार का सरकारी दस्तावेज अब आपके पास के तहत संपत्ति रजिस्टर तैयार होने से ग्राम पंचायत की स्थायी आय की व्यवस्था होगी। ग्राम पंचायत को गांव के सम्पत्ति धारकों की जानकारी समग्र आईडी में अद्यतन रहने से ग्राम विकास की योजना बनाने में सुविधा होगी। ग्राम पंचायत की संपत्ति, शासकीय व सार्वजनिक संपत्ति की सीमा एवं क्षेत्रफल निश्चित होने से उनका रखरखाव किया जा सकेगा और उनसे संबंधित सीमा विवाद में कमी आयेगी। प्रत्येक संपत्ति की सीमा एवं क्षेत्रफल सुनिश्चित होने से निजी संपत्ति के विवाद कम होंगे।
योजना से ग्रामवासियों को लाभ
हर संपत्ति धारक को संपत्ति का प्रमाण-पत्र एवं भूमिस्वामित्व प्राप्त होगा। ड्रोन के माध्यम से कार्य होने के कारण दस्तावेजों का निर्माण शीघ्रता एवं शुद्धता के साथ होगा। सार्वजनिक उपयोग की संपत्ति का संरक्षण होगा। रास्ते, ग्राम पंचायत की खुली जगह, नाले, सरोवर का उपयोग भी सुनिश्चित हो सकेगा। संपत्ति का सरकारी दस्तावेज प्राप्त होने से मकान पर बैंक से ऋण लेना आसान होगा। आबाादी क्षेत्र का भू-मापन पूर्णतः पारदर्शी होगा और हर एक संपत्ति धारक को उनका अधिकार दस्तावज प्राप्त होगा।
ड्रोन सर्वे कार्य के समय ग्रामवासियों का सहयोग
ग्राम सभा में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर आबादी क्षेत्र के भू-मापन की प्रक्रिया एवं उससे होने वाले फायदों की जानकारी प्राप्त करें। ग्राम पंचायत सचिव एवं पटवारी को अपनी संपत्ति, नाम, पता, मोबाईल नम्बर, आधार नम्बर, समग्र आईडी आदि की जानकारी दें जिससे अधिकार दस्तावेज में सही जानकारी आ सकें। ऐसे व्यक्ति जिनकी गांव में संपत्ति है और वे गांव से बाहर रहते हैं उनको इस सर्वे के बारे में जानकारी दें और उनके मोबाईल नम्बर पटवारी अथवा पंचायत सचिव को उपलब्ध करायें। किसी संपत्ति के विषय में यदि कोई विवाद किसी न्यायालय में चल रहा है तो उसके बारे में जानकारी दें। ड्रोन से सर्वे नये सिरे से होने के कारण सम्पत्ति धारक मौके पर आपसी सहमती से चूना लाइन डालकर अपने विवादों को पूर्ण रूप से हल करें।
Post a Comment