MP NEWS24- चंबल मार्ग निवासी इरफान मंसूरी की बालिका शिफा मंसूरी जो कि यूक्रेन में मध्ययनरत थी बुधवार की शाम को नागदा प्लेटफार्म पर उत्तरी। शिफा ने ट्रेन से उतरते सबसे पहले मां के गले मिलकर खूब रोई, शिफा ने बताया कि यूक्रेन के अंदर लगातार हमले हो रहे हैं सायरन की आवाज सुनते से ही सीधे बंकर में चले जाते थे। बंकर में लगभग 6 से 7 घंटे मौजूद रहते थे खाने पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी हमारे पास जो भोजन था, उससे ही समझौता करते थे। सांसद अनिल फिरोजिया के प्रयासों से शिफा यूक्रेन से नागदा पहुंची।क्या है मामला
यूक्रेन-रूस युद्ध का बुधवार को सातवां दिन रहा। सातवें दिन बुधवार रात 7 बजे अवंतिका एक्सप्रेस से शहर की बेटी शिफा गौरी खान यूक्रेन से सकुशल लौटी। जैसे ही शिफा ट्रेन से उतरी, वैसी की मां यास्मीन ने उसे गले लगा लिया। अपने दिल के टुकड़े के सकुशल लौटने पर बेटी को गले लगाकर उसका सिर चूमा। शिफा गौरी खान यूक्रेन के विन्नित्सा नेशनल पिरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। युद्ध की वजह से वह विन्नित्सा शहर में ही फंसी हुई थी। शिफा ने बताया युद्ध की वजह से हर विद्यार्थी परेशानी से गुजर रहा था। खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई थी। जितनी बार सायरन बजता, उतनी बार बंकर में जाना पड़ता था। एक दिन में 6 बार तक बंकर में जाते थे और 4 से 6 घंटे वहीं रुकना पड़ता था। खाने-पीने के लिए हमारे पास जो था, वहीं इस्तेमाल कर रहे थे। खाने-पीने की चीजे लेने बाहर निकलने पर भी मार्शल लोगों की वजह से हमें नहीं मिल पाता था और भीड़ भी अधिक रहती थी। अब घर पहुंचने के बाद कुछ राहत लग रही है। शिफा की माता यास्मीन ने बताया 26 फरवरी को उन्हांेने सांसद अनिल फिरोजिया से संपर्क किया था, जिस पर बेटी सकुशल लौटी है। यास्मीन ने सांसद फिरोजिया का आभार भी माना। इस दौरान असंगठित कामगार बोर्ड पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत, सांसद प्रतिनिधि प्रकाश जैन, मप्र कांग्रेस कमेटी सदस्य प्रतिनिधि बसंत मालपानी ने शिफा का स्वागत भी किया। सांसद प्रतिनिधि जैन ने बताया सांसद फिरोजिया विदेश मंत्रालय की कमेटी के सदस्य भी हैं।
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