MP NEWS24-महावीर भवन में पूज्य प्रकाशमुनिजी निर्भय ने धर्मसभा में कहा कि वर्तमान समय में रायचन्दो की कोई कमी नहीं हैं, फोकट की राय एवं फ्री का ज्ञान मानव की आदत बन चुकी है और यह ज्ञान अपने जीवन में उतार ले तो हमारी अशान्ती खत्म होगी एवं शान्ती का जीवन जीने की कला आ जायेगी। क्योंकि जीवन में शान्ती मिलना बहुत कठिन है। आपने कहा कि जैसे आवश्यकता से बहुत ज्यादा कपडे बनवाकर समाज में दिखावा करने के लिये धर्मस्थान एवं शादी, पार्टियों या मिलने जाते है। घर पर अलमारियां पर अलमारिया भरकर अधर्म की ओर प्रेरीत करने की भावना भड़का रहा है। सभी का उपयोग लिमिट में अच्छा रहता है इससे बाहर बुराइयों को जन्म देता है।धर्म सभा में महासति रमणीककुंवरजी रंजन ने कहा कि जो आत्मा धर्म के साथ जुड़ती है वहीं पुण्य कमा सकती है। जो आत्मा जागृत होती है वहीं समय की कीमत को समझ सकती है। तपस्या के अन्तर्गत रमेशचन्द्र तांतेड़ के 4 उपवास, कमल नयन चपलोत एवं चंदनमल संघवी के वर्षीतप की तपस्या के उपलक्ष्य में चपलोद परिवार की ओर से रात्रि 8 बजे जीवदया मानव सेवालय हाल में चौबीसी का आयोजन किया गया। संचालन अरविंद नाहर ने किया। आभार श्रीसंघ अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत एवं चतुर्मास अध्यक्ष सतीश जैन सांवेरवाला ने माना। उक्त जानकारी महेन्द्र कांठेड एवं नितिन बुडावनवाला ने दी है।
Post a Comment