नागदा जं.---बजरंग दल के जिला सुरक्षा प्रमुखा राकु चौधरी हत्याकाण्ड के मुख्य षडयंत्रकारी आर्य की संपत्ति पर कब चलेगा प्रशासन का बुलडोजर ? आर्य के मेरिज गार्डन की नहीं है निर्माण अनुमती, भूमि भी शासकीय होने का अंदेशा ? गोली मारने वाले तरूण के अतिक्रमण को प्रशासन ने तोडा

MP NEWS24-मंदिर की भूमि को बचाने के लिए आर्य परिवार के हाथों अपनी जान गंवाने वाले बजरंग दल के जिला सुरक्षा प्रमुख स्व. राकु चौधरी का परिवार आज भी मुख्य षडयंत्रकारी आर्य परिवार की अवैध संपत्तियों एवं बिना अनुमती के बने मेरिज गार्डन पर प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई का इंतजार कर रहा है। आर्य परिवार के आर्यन आर्य, उसके छोटे नाबालिक भाई, तरूण शर्मा तथा अन्य आरोपीयों ने मिलकर बजरंग दल नेता चौधरी की 29 दिसम्बर 2021 को दिनदहाडे गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले में चौधरी के परिजनों द्वारा कांग्रेस नेता एवं आर्यन के चाचा कमल आर्य, उसके बडे भाई यशवंत आर्य एवं विजय पटेल को भी नामजद आरोपी बनाया है तथा एफआईआर में भी नाम दर्ज करवाऐ हैं। ऐसे में पुरे नगर के साथ-साथ हिन्दु संगठनों की निगाहें अभी भी आर्य परिवार की संपत्ति पर चलने वाले बुलडोजर पर लगी हुई है, कि प्रशासन आखिर कब मुख्य षडयंत्रकारियों की संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम देता है। वहीं अभी तक नामजद आरोपीयों में से तीन आरोपीयों की गिरफ्तारी भी नहीं हो पाई है। बताया जाता है कि न्यायालय में प्रस्तुत प्रतिवेदन में उनकी कोई कॉल डिटेल आरोपीयों से चर्चा की नहीं मिली है। ऐसे में परिवार आज भी इन तीनों की गिरफ्तारी की मांग पर अडिग है।

शुक्रवार की अल सुबह चला तरूण के मकान पर बुलडोजर
बजरंग दल नेता राकू चौधरी हत्याकांड के आरोपी पाड्ल्या रोड निवासी तरुण शर्मा के घर पर शुक्रवार सुबह 7 बजे प्रशासन ने अतिक्रमण की कार्रवाई करते हुए 7 फीट जगह को जेसीबी से गिरा दिया है। कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल और नपा की अतिक्रमण टीम मौजूद रही। एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ने बताया कि, अतिक्रमणकर्ता बजरंग दल नेता की हत्या में मुख्य आरोपी था। नपा द्वारा पाया गया था कि, शर्मा के घर का कुछ हिस्सा अतिक्रमण में आ रहा है। कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार का विरोध नहीं हुआ। 29 दिसंबर 2021 को महिदपुर रोड स्थित प्रिटिंग की दुकान पर बजरंग दल नेता राकू चौधरी की पाड्ल्या रोड निवासी तरुण शर्मा ने पिस्टल से तीन राउंड फायर कर हत्या कर दी थी। गोली मारने के बाद आरोपी सीधे मंडी थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया था। हत्या के बाद बजरंग दल पदाधिकारियों ने आरोपियों को जल्द पकड़े जाने की मांग को लेकर बायपास मार्ग पर चक्का जाम किया था। मामले में पुलिस ने राकू के बड़े भाई राजू की शिकायत पर तरुण शर्मा के अलावा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष कमल आर्य, उसके बडे भाई यशवंत आर्य, विजय पटेल एवं आर्यन आर्य पर प्रकरण दर्ज किया था।
आर्य परिवार की भूमियों की हों जांच, मेरिज गार्डन निर्माण की भी अनुमती नहीं
विगत दिनों उज्जैन में आहुत प्रेस वार्ता एवं नागदा में दिए गए ज्ञापन में बजरंग दल नेता स्व. चौधरी के परिजनों ने आर्य परिवार की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी। परिजनों ने के अनुसार आर्य परिवार ने पाडल्या रोड पर कई बीघा शासकीय भूमि पर कब्जा कर रखा है, राकु का विवाद भी कमल आर्य से शासकीय भूमि पर निर्मित मंदिर को लेकर चल रहा था। आर्य परिवार मंदिर की जमीन पर कब्जा करना चाहता था लेकिन राकु ऐसा होने नहीं दे रहा था। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि इस क्षेत्र की कई बीघा शासकीय भूमियों पर आर्य परिवार का कब्जा है साथ ही एक मेरिज गार्डन भी बिना टीएनसी एवं नगर पालिका की अनुमती के बना रखा है। जो कि पूर्ण रूप से अवैध है। लेकिन राजनीतिक दबाव में आरोपीयों पर कार्रवाई नहीं हो रही है।

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