MP NEWS24-पूर्व सरपंच अर्जुनसिंह पंवार ने जारी प्रेस बयान में कहा कि मध्यप्रदेश में ऐसा कोई शहर नहीं है होगा जहॉं की आबादी एक लाख से अधिक होने के बावजुद वहॉं जनपद या जिला का दर्जा नहीं हो। नागदा औद्योगिक शहर होने के साथ एक लाख से अधिक की आबादी का शहर है। साथ ही नागदा तहसील होने के साथ 109 ग्राम इस तहसील में है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के विकास हेतु यहॉं विकासखण्ड होना जरूरी है, नागदा तहसील के ्राम वर्तमान में खाचरौद जनपद पंचायत में शामिल हैं। खाचरौद जनपद में 130 ग्राम पंचायत शामिल हें जो उज्जैन जिले में किसी भी जनपद में नहीं है। उज्जैन व घटिया जनपद में 69 व 68 ग्राम पंचायत ही हैं। नागदा तहसील की 64 ग्राम पंचायतों को खाचरौद जनपद पंचायत से निकालकर नागदा को विकासखण्ड का दर्जा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र के विकास हेतु जरूरी है। नागदा तहसील के ग्राम उमरीया, गुराडिया सांगा, रेयापुर की जनता को क्षिप्रा-गंभीर व चम्बल तीनों नदियॉं पार कर करीब 60-65 किलोमीटर का लम्बा सफर तय करके जनपद पंचायत खाचरौद जाना पडता है। नागदा तहसील में उपपंजीयक कार्यालय होने पर ग्रामीणों के सभी कार्य एक ही जगह हो जाऐंगे व लम्बा सफर नहीं करना पडेगा जिससे धन व समय की बचत होगी। श्री पंवार ने मुख्यमंत्री व जनप्रतिनिधियों से विकासखण्ड का दर्जा दिलाने की मांग की है।
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