MP NEWS24-महावीर भवन की धर्मसभा में प्रवर्तक प्रकाशमुनिजी निर्भय ने कहा कि वर्तमान समय में हर मानव की इच्छा होती है कि प्रत्येक व्यक्ति मेरे हिसाब से चले लेकिन प्रत्येक मानव अपने ही हिसाब से चलता है। लेकिन ज्ञानी पुरूष कहते है कि आप अपनी विचारधारा बदल दिजीये फिर पायेंगे कि जो मैं सोच रहा हूँ वही हो रहा है। जैसे नकारात्मक विचारधारा वाला कहता है कि पानी का आधा गिलास खाली है। जबकि सकारात्मक व्यक्ति कहता है कि पानी का गिलास आधा भरा हुआ है। यही पहचान ज्ञानी एवं अज्ञानी मानव की है जैसे हम पाप को पाप मानने को तैयार नहीं है। पाप को भी धर्म मानकर खुश हो रहे है।धर्मसभा में महासतीजी रमणीककुंवरजी रंजन ने कहा कि संसार की मोह माया कुछ पल की होती है। बचपन जाता है तो जवानी आती है। जवानी के बाद बुढ़ापा आता है एवं मरने के बाद बुढापा चला जाता है। नगर की जनता को धर्मलाभ मिल रहा है। गुरूभक्तो को पूज्य दर्शनमुनिजी, पूज्य अभिनंदनमुनिजी एवं साध्वी मण्डल चन्दनबालाजी एवं चन्दनाजी के भी दर्शन वंदन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे है। गुरूदेव के दर्शनार्थ विभिन्न शहरो से गुरूभक्तो का आवागमन निरंतर चल रहा है। रात्री को कल्याण मंदिर के श्रवण हेतु काफी संख्या में जनसमुह लाभ ले रहा है। तपस्या के अंतर्गत रमेश तांतेड के 5 उपवास की तपस्या चल रही है। संचालन अरविंद नाहर ने किया एवं आभार श्रीसंघ अध्यक्ष प्रकाशचन्द्र जैन लुणावत एवं सतीश जैन सांवेरवाला ने माना। उपरोक्त जानकारी महेन्द्र कांठेड एवं नितिन बुडावनवाला ने दी।
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