MP NEWS24-नवीन पेयजल कनेक्शन लाईनों से पेयजल व्यर्थ बहने के नाम पर नगर पालिका के प्रशासक, मुनपा अधिकारी एवं राजनेताओं ने पुरे शहर में एक समय जल वितरण का नियम बना दिया। जबकि जानकारी लगी है कि नवीन लाईन से पेयजल कनेक्शन दिए जाने के दौरान प्रत्येक घर पर नलों में टोटी नगर पालिका को स्वयं ही लगानी थी। ऐसे में पेयजल के अपव्यय के जिम्मेदार क्षेत्र के नागरिक कैसे ? वहीं टोटी चोरी का एक बडा घोटाला भी सामने आया है जिसमें शहर के 99 प्रतिशत नागरिकों के यहॉं नपा ने टोटी नहीं लगाई, सिर्फ चंद रसुखदार लोगों के यहॉं टोटी लगाकर नपा के अधिकारियों ने लाखों का गबन कर दिया है। जिसकी जांच लोकायुक्त से किए जाने की मांग नागरिक अधिकार मंच ने की है।क्या है मामला
नगर पालिका नागरिको के नल कनेक्शनों पर टोटी नहीं होने पर पानी का अनावश्यक बहाने पर दो समय के स्थान पर एक टाईम जल प्रदाय करने का तथाकथित निर्णय लिया था। उक्त निर्णय कि जड़ में पानी बहाने कि वास्तविक दोषी नागदा नगर पालिका ही निकली और यह दोष जनता पर मढ़कर एक समय जल प्रदाय का निर्णय लिया गया। जल आवर्द्धन योजना के अर्न्तगत नगर पालिका का दायित्व था कि घर के अन्दर कनेक्शन लगाकर उस पर टोटी लगाई जाय। नपां परिषद के झ्ंजीनीयर को जब नागरिक अधिकार मन्च द्वारा इसकी शिकायत कि तो उन्होंने बताया कि हमने तो लगाया था लेकिन कुछ लोग चोर गये। जनता से जब जानकारी ली गई तो बताया कि नये हजारो कनेक्शन पर एक भी टोटी नही लगाई। नागदा नगर पालिका को टोटी चोर कौन है। इसकी उच्चस्तरीय जांच कि मांग नागरिक अधिकार मंच के अध्यक्ष अभय चोपड़ा एव संयोजक शैलेन्दसिंह चौहान एडव्होकेट द्वारा की गई है।
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