नागदा जं--शहर में बिना उपचारित पेयजल वितरण के मामले की जांच किए जाने हेतु जिला कलेक्टर आशीषसिंह से चर्चा कर दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की

MP NEWS24- शहर में बिना उपचारित वितरित किए जा रहे पेयजल के कारण शहर में फैल रही बिमारियों के संबंध में विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने कलेक्टर उज्जैन से चर्चा कर दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है। जिस पर कलेक्टर आशीषसिंह द्वारा आश्वस्त किया है कि उचित कार्रवाई की जाऐगी।

लगातार असावधानी बरत रहे फिल्टर प्लांट के रखरखाव में
श्री गुर्जर ने बताया कि नगर पालिका परिषद नागदा के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा फिल्टर प्लांट के रख-रखाव में लगातार असावधानी बरत कर लौक स्वास्थ्य के साथ खिलवाड किया जा रहा है। नगर पालिका द्वारा वर्षाे से फिल्टर प्लॉंट के मुख्य उपकरण फिल्टर मिडिया को भी नहीं बदला गया है जिसके कारण शहर में विगत दो वर्षाे से मटमैला, बदबुदार पेयजल वितरण किया जा रहा है। विगत दो माह से पुरा मामला सामने आ चुका है उसके बावजुद भी फिल्टर मिडिया को बदलने की कार्रवाई नपा द्वारा नहीं की गई, जो उनकी घोर लापरवाही को दर्शा रही है। अब टेण्डर आदि की कार्रवाई की जा रही है तो फिल्टर मिडिया जून माह तक का समय लग जाऐगा तब तक नगर की जनता को दुषित पेयजल पीने के लिए मजबुर होना पडेगा।
नागरिकों को हो रही जलजनित बिमारियॉं
विधायक श्री गुर्जर ने उन्हें अवगत कराया कि नागदा शहर के रहवासियों द्वारा लगातार शिकायत की जा रही है तथा प्रिंट तथा इलेक्ट्रानिक मिडिया मंें भी लगातार यह मामला सुर्खीयों में है कि शहर में बिना उपचारित पेयजल का वितरण नगर पालिका परिषद, नागदा द्वारा किया जा रहा है, जिससे की क्षेत्र में जलजनित बिमारियॉं पिलिया, डायरिया आदि फैल रही है। अस्पतालों में इन बिमारियों के मरीजों की संख्या लगातार बढती जा रही है।
नागरिकों से 15 लाख प्रतिमाह वसुलती है नगर पालिका
नागरिकों द्वारा कई बार शिकायत किए जाने के बावजुद भी नगर पालिका परिषद नागदा के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा जानबुझ कर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और फिल्टर प्लांट के रखरखाव को सिर्फ कागजों में ही दिखाते हुए भारी भ्रष्ट्राचार किया जा रहा है। फिल्टर प्लांट में उपयोग होने वाले ब्लिचिंग एवं एलम में भी भारी भ्रष्ट्राचार हुआ है सिर्फ कागजों में ही सप्लाई  दिखा कर भूगतान किया गयाा है। नगर पालिका द्वारा 17,000 नल कनेक्शन दिए गए हैं, जिससे प्रत्येक माह 92 रूपये प्रतिमाह के मान से लगभग 15,00,000 रूपये जलकर वसुला जाता है। इसके बावजुद भी शहर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है।
कलेक्टर से टीम बनाकर जांच की मांग की
श्री गुर्जर ने कलेक्टर महोदय से एक जांच टीम बनाकर पुरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर दुषित पेयजल वितरण कर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाई  करने तथा क्षेत्र के नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के निर्देश देने की बात कही है।
विधानसभा में उठाऐंगे मामला
श्री गुर्जर ने कहा कि यदि शासन, प्रशासन ने दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई तो मामला विधानसभा में उठाकर कार्रवाई करवाई जाऐगी।

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