MP NEWS24- रेलवे ट्रैक पर सिक्का रखकर सिग्नल फेल करने के मामले में आरपीएफ ने रेलवे के एक कर्मचारी को दूसरी बार पकड़ा है। बताया जा रहा है कि यह कर्मचारी रेलवे का गैंगमैन है। आदतन शराबी होने की वजह सेे यह आए दिन इस तरह की हरकत करता रहता है। दस दिन पहले नागदा-उज्जैन रेल मार्ग के मकड़ावन में इस तरह की घटना की थी। जिसे पुलिस ने पकड़कर कोर्ट में पेश किया था। घटना के दो दिन बाद ही इसने फिर यहीं पर इस तरह की कार्रवाई की। इसमें भी यह आरपीएफ के हत्थे चढ़ गया। आरपीएफ ने घटना की पुष्टि की है।30 मई की रात 2, फिर 3.40 पर दोबारा हुई थी हरकत
30 मई की रात 2 बजे पलसोड़ा मकड़ावन में ट्रैक पर किसी ने सिक्का रख दिया था। इससे सिग्नल मिलना बंद हो गए और रेल यातायात बाधित हो गया था। सिग्नल मेन ने मौके पर देखा तो उसे सिक्का पड़ा मिला। उसने हटा दिया। इसी रात 3.40 बजे दोबारा सिक्का रखा मिला। मामला डीआरएम कार्यालय तक पहुंचा। वहां से आरपीएफ को सूचना मिली।
आरपीएफ ने मकड़ावन पहुंचकर जांच की। एक निजी स्कूल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 30 मई की रात गैंगमैन रामराज (30) पिता हरजीलाल मीणा के मकान की लाइट चलती नजर आई। आरपीएफ ने उसको हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ में उसने वारदात कबूली। आरपीएफ ने रेलवे की धाराओं में केस दर्ज कर गैंगमैन को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दो हजार के जुर्माने पर रिहा कर दिया था। कोर्ट से रिहा होने के बाद 1 जून को सिग्नल फेल करने की कोेशिश हुई। चूंकि आरपीएफ की नजर में रामराज पहले से ही था। ऐसे में पुलिस ने दोबारा रामराज को राउंडअप किया। पूछताछ में उसने फिर वारदात करना कबूल किया। सूत्रों के मुताबिक गैंगमैन अधिकांश समय शराब के नशे में रहता है। इसका मकान रेलवे स्टेशन के समीप ही है।
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