MP NEWS24-नगर पालिका नागदा में आखिर किस पार्टी की परिषद सत्तासीन होगी इसको लेकर चर्चाऐं शहर की हर चौपाल पर हो रही है। दोनों ही दल के आगेवान अपने-अपने दल की सरकार नपा में बनने के दावे कर रहे हैं। वहीं ज्यादातर चुनाव में सटीक आंकडे देने वाला वह बाजार भी अभी खामोश है जिसमें पैसा कमाया व गवाया जाता है। ऐसे में अनिश्चितताओं के इस दौर में अब सटीक परिणाम तो 20 जुलाई को ही सामने आ पाऐंगे, लेकिन अभी 4 दिनों का लम्बा इंतजार अभी उम्मीदवारों को परिणामों के लिए करना है।21 दिनों तक चले चुनाव प्रचार के बाद 13 जुलाई को मतदान संपन्न हुआ। अब 36 वार्डों के नतीजों को लेकर दावे-अनुमान लगना शुरू हो गए हैं। इस बार अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव होने से बड़ी दिलचस्पी इसमें है कि निर्दलीयों को छोड़कर कांग्रेस-भाजपा से 7 अनुसूचित जाति वार्डों में लड़ी 10 महिला प्रत्याशियों में कौन नपाध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होगी। कांग्रेस जहॉं संपन्न चुनावों में नपा में पूर्ण बहुमत से सत्तासीन होने को लेकर आश्वस्त है वहीं भाजपा 25 से 30 वार्ड जीतने का दावा कर रही है। इसी के साथ वार्डों में भी आकलन शुरू हो गया है।
बदलाव की बयार के चलते पूर्ण बहुमत से आऐगी कांग्रेस
कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने को लेकर आश्वस्त कांग्रेस के जिला कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी का कहना है कि भाजपा की पिछली नगर सरकारें जनता को शुद्ध पानी, सड़क, सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं देने में असमर्थ रही हैं। कांग्रेस को अब तक नगर सरकार चलाने का मौका नहीं मिला है। इसलिए जनता कांग्रेस को मौका देगी। उनका अनुमान है कि कुछ वार्डों में निर्दलीय के कारण जीत में अंतर आ सकता है। वहीं शहर कांग्रेस अध्यक्ष राधे जायसवाल भी कांग्रेस की जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि इस बार विधायक दिलीपसिंह गुर्जर के नेतृत्व में नपा की परिषद कांग्रेस की ही बनेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्व में जिन सीटों पर 400-500 सीटों पर जीती थी उन पर भी संपन्न चुनाव में 10-20 वोट से चुनाव जीतने के दावों से भी संकोच कर रही है। इसके पीछे नपा में किए गए भ्रष्ट्राचार एवं गुणवत्ताविहिन निर्माण कार्य प्रमुख है। ऐसे में जनता ने बदलाव के लिए वोट किया है।
विकास और जनता से संवाद के कारण जीतेगी भाजपा
मंडल अध्यक्ष सीएम अतुल का मानना है कि भाजपा इस बार प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करेगी। मतदान के दौरान जनता ने जो उत्साह दिखाया, उससे तय है कि भाजपा 25 से 30 वार्डों में जीतने जा रही है। जीत के दावे को लेकर अतुल का तर्क है कि 20 वर्षों में भाजपा परिषद ने जो शहर विकास के काम किए। संगठन का जनता से सीधा जुड़ाव रहा। निर्दलीयों के चुनाव लड़ने के सवाल पर वह बोले, कुछ वार्डों में निर्दलीय समीकरण बिगाड़ सकते हैं।
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